कोरिया

महिलाएं दे रही हैं एक-दूसरे को कड़ी टक्कर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 14 दिसंबर। बैकुंठपुर नगर पालिका के हाई प्रोफाइल सीट ऐसी है, जिन्हें नगर पालिका के अध्यक्ष के रूप में प्रोजेक्ट किया जा रहा है, तय है यहां घमासान भी काफी होगा, कांग्रेस और भाजपा दोनों इन वार्डों को हर हाल में जीतना चाहती है। वहीं निर्दलीय भी मुकाबले में पीछे नहीं है। दूसरी ओर नगर पालिका का यह चुनाव काफी महंगा माना जा रहा है।
कोरिया जिले में जारी नगरीय निकाय चुनाव में बैकुंठपुर नगर पालिका में 5 वार्ड ऐसे हैं, जिनमें नपा के अध्यक्ष चुन कर आ सकते हैं। इन वार्डों में पूर्व नगर पालिका अध्यक्षों की पत्नी मैदान में हैं, तो कुछ कांग्रेस भाजपा के दिग्गज नेताओं ने भी अपनी पत्नी को मैदान में उतारा है। ये हाई प्रोफाइल वार्ड ऐसे हैं, जिस पर हर किसी की नजर लगी हुई है, यहां तक की भाजपा कांग्रेस के प्रदेश के शीर्ष नेता भी नजर बनाए हुए हंै।
सोनू डवरे और भानूपाल के बीच कड़ा मुकाबला
ऐसे हाई प्रोफाइल वार्डों में पहला वार्ड है वार्ड क्रमांक 1 यहां कांग्रेसी नेता आशीष डवरे ने अपनी पत्नी को मैदान में उतारा है श्री डवरे नगर पालिका चुनाव की तैयारी बीते 10 साल से कर रहे है, पिछले चुनाव के दौरान उन्हे टिकट ना देकर ठेकेदार अशोक जायसवाल को टिकट दे दिया था, जिसके बाद वो नाराज होकर कई दिन बैठे रहे, बाद में तत्कालीन प्रतिपक्ष के नेता टीएस सिंहदेव ने आकर उनकी नाराजगी दूर की, इस बार महिला सीट होने के कारण उन्होने अपनी पत्नी को मैदान में उतारा है, यह सीट यदि कांग्रेस जीतती है तो अध्यक्ष के लिए सोनू डवरे प्रबल दावेदार मानी जा रही है। परन्तु यहां भाजपा के मंडल अध्यक्ष और तीन बार के पार्षद भानू पाल से उन्हें बेहद कड़ी टक्कर मिल रही है। यहां निर्दलीय हरीओम साहू और ओगेश कुमार भी चुनौती देने में कम नहीं है।
सरिता और साधना में जोर आजमाईश
दूसरी हाई प्रोफाइल सीट है वार्ड क्रमांक 14 यहां वर्तमान कांगं्रेस के नगर पालिका अध्यक्ष ठेकेदार अशोक जायसवाल ने अपनी पत्नी साधना जायसवाल को मैदान में उतारा है। बेहद सम्पन्न श्री जायसवाल ने सामान्य घर की महिला सरीता जायसवाल कड़ी टक्कर दे रही हैं, इस वार्ड में ठेकेदार जायसवाल की भाजपा के कुछ नेताओं से अच्छी पैठ बताई जा रही है, जिसके कारण भाजपा की राह आसान नजर नहीं आ रही है। परन्तु शहर के बीचोबीच होने के कारण यहां कोरिया के विभाजन को लेकर लोगों में काफी रोष है, इसका लाभ भाजपा को मिल सकता है। कांग्रेस से यदि साधना जायसवाल जीतती है तो अध्यक्ष के लिए बड़ी दावेदार साबित होगी, क्योंकि चुनाव पूर्व से ही पूर्व नपा अध्यक्ष श्री जायसवाल ने अपनी पैनल के तैयार शुरू कर रखी है, ऐसा माना जा रहा है कि किसी भी पार्टी से पार्षद जीते उन्हें मनाने की पूरी जिम्मेदारी कांग्रेस ने उन्हें ही दे रखी है।
नमिता हंै अध्यक्ष पद की दावेदार
तीसरी हाई प्रोफाइल सीट जिस पर सबकी नजर है वो भाजपा के जिला उपाध्यक्ष व पूर्व नपा अध्यक्ष शैलेष शिवहरे की पत्नी नमिता शिवहरे की है। वार्ड क्रमांक 12 से उनका सीधा मुकाबला युवा कांग्रेसी नेता प्रखर जायसवाल से हो रहा है। भाजपा के साथ शैलेश शिवहरे की काफी बड़़ी टीम इस वार्ड में सधन जनसंपर्क कर अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए पूरा जोर लगा रहे है, वहीं कांग्रेस के युवा नेता प्रखर जायसवाल भी अपने पक्ष में माहौल बनाने में पीछे नहीं है।
इस सीट पर यदि नमिता शिवहरे जीत जाती है तो हर कोई जानता है कि वो भाजपा की ओर से अध्यक्ष की सबसे प्रबल दावेदार होगी, क्योंकि भाजपा ने जो टिकट दिए है लगभग शैलेश शिवहरे के पैनल को ही मैदान में उतारा है। वार्ड क्रमांक 6 से स्वयं श्री शिवहरे मैदान में है।
अन्नपूर्णा, अर्चना और गीता में जारी है संघर्ष
चौथी हाई प्रोफाइल सीट है वार्ड क्रमांक 16, इस सीट पर कांग्रेस से अन्नपूर्णा सिंह के साथ वर्तमान भाजपा पार्षद अर्चना गुप्ता और निर्दलीय गीता सिंह के बीच मुख्य मुकाबला देखा जा रहा है। पूर्व में अन्नपूर्णा सिंह निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतरने की तैयारी में थी, परन्तु बाद में कांग्रेस के चुनाव प्रभारी ने उन्हें उनके अब तक समाज सेवा में किए कार्यो के आधार पर टिकट दे दिया, वहीं भाजपा की अर्चना गुप्ता भी कम नहीं है, उनके पास एक कार्यकाल का अनुभव है तो तेजतर्रार निर्दलीरय गीता सिंह दोनों पर प्रचार प्रसार मे काफी भारी पड़ रही है। ऐसें में जानकारों की माने यदि इस सीट पर अन्नपूर्णा सिंह जीत जाती है तो कांग्रेस के अध्यक्ष के लिए उनके नाम पर कांग्रेस कमेटी मुहर लगा सकती है।
इसके अलावा वार्ड क्रमांक 19 से भाजपा की रीमा जायसवाल और कांग्रेस की जुबैदा बेगम और पूर्व पार्षद संजय जायसवाल की पत्नी उमा जायसवाल के बीच कड़ा मुकाबला देखा जा रहा है। यहां भाजपा की रीमा जायसवाल यदि जीत जाती है तो भाजपा की ओर से नमिता शिवहरे के बाद दूसरी प्रत्याशी होंगी, जिन्हें अध्यक्ष के लिए भाजपा प्रोजेक्ट कर सकती हैं। हालांकि अभी सभी सीटों पर कड़ा मुकाबला जारी है।