कोण्डागांव

लॉकडाउन के चलते कार्रवाई नहीं हो रही है-खनिज विभाग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
विश्रामपुरी, 16 मई। ग्रामीण क्षेत्रों में लाल ईंट का धंधा प्रतिबंध के बावजूद दिनोंदिन फल-फूल रहा है। लॉकडाउन अवधि में अब तक ग्रामीण क्षेत्रों में लाल ईंट के सैकड़ों भ_े बनकर तैयार हैं। वहीं लाल ईंट के लिए हरे पेड़ों की कटाई हो रही है। अधिकारी कोरोना का हवाला देकर यह बता रहे हैं कि इस समय कोरोना प्रकोप है जिसमें अधिकारियों की ड्यूटी लगी है जिसके चलते गस्त नहीं हो पाता।
लाल ईंट के व्यवसाय से न केवल पर्यावरण दूषित हो रहा है बल्कि जल स्रोतों एवं विद्युत का भी दुरुपयोग हो रहा है। बांसकोट, बड़ेराजपुर, गमरी, माकड़ी, अमरावती, तमरावंड, पलारी, गिरोला, कोहकामेटा कोरगांव, मारंगपुरी, बड़बतर, बालोंड, बोरंड, केरावाही आदि कई गांव में लाल ईंट के भट्टे देखे जा सकते हैं।
सबसे अधिक लाल ईंट के भट्टे माकड़ी बांसकोट बड़ेराजपुर एवं मर्दापाल क्षेत्र में देखे जा सकते हैं। इनका उपयोग ज्यादातर पीएम आवास, निजी मकान, शौचालय एवं शासकीय भवनों के लिए हो रहा है।
बताया जाता है कि ईंट भट्ठों के लिए बोर सहित तालाब एवं नदियों का पानी उपयोग में लाया जा रहा है जिसके लिए चोरी की बिजली का भी उपयोग हो रहा है।
इन दिनों लॉकडाउन में जहां सभी कार्यों पर प्रतिबंध लगा दिया गया था, बावजूद इसके जिले के ग्रामीण क्षेत्र में कोने-कोने में लाल ईंट का निर्माण चल रहा था। वहीं लाल ईंट को पकाने के लिए कहीं भूसे से तो कहीं लकडिय़ों का उपयोग हो रहा था। राज्य सरकार ने सरकारी और निजी इमारत के निर्माण में लाल ईंट के उपयोग की जगह फ्लाई ऐश से निर्मित ईंटों का उपयोग करने की बात कही है।
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) की अनुशंसा पर छत्तीसगढ़ सरकार ने ईंट भट्टे से जुड़े व्यवसायियों को लाल ईंट की जगह फ्लाई ऐश ईट की व्यवस्था पर विचार करने की बात कही थी किंतु कहीं पर भी इसका अमल होते नहीं दिख रहा है।
ईट भ_ा के निर्माण से एक तरफ किसानों की जमीन से मिट्टी के कटाव का खतरा होता है दूसरे ईंट भट्ठों से निकलने वाले चिमनी के धुए से पर्यावरण को भी बड़ा नुकसान होता है।
2 माह पूर्व हुई थी कार्रवाई
2 माह पूर्व 30 लोगों के ऊपर चालानी कार्रवाई की गई थी। उसके पश्चात अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। विभाग लॉकडाउन खत्म होने का इंतजार कर रहा है।
सहायक खनिज अधिकारी गौतम नेताम ने बताया कि लॉकडाउन के चलते अभी कार्रवाई पूरी तरह बंद है। जैसे ही लॉकडाउन खत्म होगा तो कार्रवाई शुरू की जाएगी। दो माह पूर्व कार्रवाई की गई थी तत्पश्चात राजस्व विभाग भी इस समय व्यस्त है उनके सहयोग से ही कार्रवाई हो पाती है।