खैरागढ़-छुईखदान-गंडई

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
खैरागढ़, 29 मार्च। इन्दिरा कला संगीत विश्वविद्यालय के मूर्तिकला विभाग में आयोजित ‘साउंड एंड बॉडी’ कार्यशाला, संस्थापन प्रदर्शनकला एवं पॉवर पॉइंट प्रेजेंटेशन का आयोजन किया गया।
आयोजन में मुख्य कलाकार विजिटिंग फेलो चन्चल बंगा, जफ्फा-तल अवीव से आमंत्रित थे। बंगा द्वारा दृश्यकला, नाट्य विभाग, लोकसंगीत विभाग के विद्यार्थियों के समक्ष भावनात्मक संस्थापन कला का प्रदर्शन किया गया। उनके द्वारा प्रदर्शित प्रदर्शनकला भारतीय संस्कृति से प्रभावित है। प्रदर्शन में भारतीय लोक नाट्य, दर्शन, दृश्यकला, नृत्य, आदि ललित कलाओं का सम्मलित प्रयोग दर्शनीय एवं शिक्षाप्रद सिद्ध हुआ है।
संस्थापनकला के बाद पॉवर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से उन्होंने पूर्व में किए गए प्रदर्शन, चित्रकला आदि के विषय में विद्यार्थियों को जानकारी दी। विद्यार्थियों ने भी कार्यक्रम में आत्मीयता से भाग लिया तथा अपनी जिज्ञासा को शांत किया।
इजराइल के कलाकार चन्चल के रंगों की प्रदर्शनात्मक प्रस्तुति में विश्वविद्यालय के विद्यार्थी हर्ष चंद्राकर, कारण तारम, थानेश्वर ध्रुव, वेद प्रकाश रावटे, सुनील ठाकुर, खिलावन सिंह,एवं अनिरुद्ध मिश्र का विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम का संचालन डॉ.छगेन्द्र उसेण्डी सहायक प्राध्यापक मूर्तिकला एवं आभार व्यक्त कपिल सिंह वर्मा सहायक प्राध्यापक कला का इतिहास एवं सौंदर्यशास्त्र विभाग ने किया ढ्ढ
चन्चल बंगा की कृतियाँ कई देशो की गैलरी डर्बी, यू.के., कनाडा, यू.ए.ई., चेग रिपब्लिक, आदि प्रसिद्ध संस्थानों में प्रदर्शित हुई हैंढ्ढ चित्रकला, ग्राफि़क्स, मूर्तिकला के साथ मुख्य रूप से प्रदर्शन कला में उनकी गहरी रूचि है। कार्यक्रम में मूर्तिकला, चित्रकला,ग्राफि़क्स, कला का इतिहास एवं सौंदर्यशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो.डॉ.राजन यादव, संयोजक डॉ.छगेन्द्र उसेण्डी -सहायक प्राध्यापक मूर्तिकला, डॉ.रबिनारायण गुप्ता सहायक प्राध्यापक ग्राफि़क्स, डॉ.विकास चन्द्र -सहायक प्राध्यापक चित्रकला, कपिल सिंह वर्मा सहायक प्राध्यापक कला का इतिहास एवं सौंदर्यशास्त्र विभाग, संदीप किण्डो सहायक प्राध्यापक चित्रकला, अतिथि व्याख्याता डॉ.उमेश नेताम, डॉ. मनिंदर, अभिजीत बगानी, दियांशु देवांगन, कु. राधिका चौहान, प्रमोद पाण्डेय, मनीषा तथा संगीत एवं कला संकाय, दृश्यकला, लोक संगीत, नाट्य विभाग के विद्यार्थी उपस्थित थे।