खैरागढ़-छुईखदान-गंडई

बीआर यादव ने खोला मोर्चा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
खैरागढ़, 27 माच। इंदिरा कला संगीत विवि मे प्रशासनिक अव्यवस्था को लेकर रिटायर्ड शिक्षक बीआर यादव ने दुबारा मोर्चा खोल दिया है।
उन्होंने कलेक्टर चंद्रकांत वर्मा को लिखित शिकायत सौंपकर निष्पक्ष जांच की मांग की है।
बीआर यादव वही शिक्षक हैं, जिनकी भूख हड़ताल के कारण पूर्व कुलपति ममता चंद्राकर को पद से हटना पड़ा था। अब एक बार फिर उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन पर मनमानी, भ्रष्टाचार और शैक्षणिक गुणवत्ता में गिरावट का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि विवि का स्तर लगातार नीचे जा रहा है, और इसके लिए वे उन लोगों को जिम्मेदार ठहराते हैं, जो संस्थान को निजी स्वार्थों के लिए चला रहे हैं।
श्री यादव ने कहा की पूर्व कुलपति के समय में जिन लोगों के कारण विश्वविद्यालय की छवि धूमिल हुई थी, वहीं लोग आज भी विश्वविद्यालय के सिरमौर बने हुए हैं।
शिकायत में आरोप लगाया गया है कि वर्ष 2022 में आयोजित खैरागढ़ महोत्सव और दीक्षांत समारोह में व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचाने के नियत से बिना टेंडर के वर्क ऑर्डर और लाखों रुपए का भुगतान कर दिया गया । अनाधिकृत लोगों को मंच पर स्थान दिया गया था, जिससे विवि की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची। इसके अलावा, अस्थायी कुलपति की नियुक्ति में अपारदर्शिता बरती गई, जिससे योग्य उम्मीदवारों के साथ अन्याय हुआ। साथ ही वित्तीय अनियमितताओं और अव्यवस्थित प्रशासन के कारण विश्वविद्यालय का शैक्षणिक माहौल भी प्रभावित हुआ है।
पूरे मामले को लेकर एडीएम और कुलसचिव प्रेम कुमार पटेल ने बताया कि वर्ष 2022 के खैरागढ़ महोत्सव को लेकर पहले भी जांच के लिए आवेदन दिया गया था, जिसमें विस्तृत जांच प्रक्रिया चल रही है और अब वह लगभग पूरी होने वाली है। हाल ही में आयोजित कार्यक्रम में कुछ कमियों की ओर भी ध्यान दिलाया गया है, जिन्हें भविष्य में सुधारने का आश्वासन दिया गया है।
इस संबंध में रिटायर्ड शिक्षक बीआर यादव ने कलेक्टर चंद्रकांत वर्मा को जिला कार्यालय के गेट पर जाकर अपनी लिखित शिकायत सौंपी, जिस पर कलेक्टर ने मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।