कांकेर
रोने की आवाज सुन ताला खोल बाहर निकाला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कांकेर, 4 नवंबर। स्कूल स्टॉफ की लापरवाही के चलते अपनी कक्षा में सो रही पहली कक्षा की मासूम बच्ची छुट्टी के बाद भी स्कूल में कैद रह गई। शाम तक घर नहीं लौटने पर चिंतित परिवार जनों ने खोजते हुए जब स्कूल पहुंचे तो क्लास रूम में रोते हुए उसकी आवाज सुनाई दी।
स्कूल की छुट्टी के बाद कक्षा पहली की छात्रा को कक्षा में ही बंद कर पूरा स्टाफ चला गया। बच्ची जब घर नहीं पहुंची तो परिजनों ढूंढते हुए स्कूल पहुंचे, जहां बच्ची की रोने की आवाज आने पर स्कूल का ताला खोलकर बाहर निकाला गया। पूरा मामला आत्मानंद प्राथमिक शाला हरणगढ़ का है।
जानकारी के अनुसार ग्राम पीवी-8 निवासी गुंजन मंडल रोजाना बस से स्कूल आती-जाती थी। सोमवार को जब वह स्कूल बस से घर नहीं पहुंची तो परिजनों की चिंता बढ़ गई। उन्होंने खोजबीन शुरू की और शाम को स्कूल पहुंचे। वहां उन्हें स्कूल भवन के अंदर से बच्ची की रोने की आवाज सुनाई दी। इसकी सूचना मिलने पर स्कूल की शिक्षिका और चपरासी पहुंचे। वे ताला खोलकर बच्ची को बाहर निकाला।
जानकारी के अनुसार छुट्टी के समय बच्ची कक्षा में सो गई थी, जिस पर किसी शिक्षक या चपरासी ने ध्यान नहीं दिया। कमरे में ताला लगाकर स्कूल बंद कर सभी चले गए। प्रधान पाठका दिक्षिका साहू ने सूचना मिलने पर चपरासी को फोन कर ताला खुलवाया और बच्ची को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
वहीं परिजनों ने कहा कि यदि बच्ची बेहोश हो जाती या किसी अनहोनी का शिकार हो जाती तो इसकी पूरी जिम्मेदारी स्कूल की होती।
इस घटना से ग्रामीणों और परिजनों में शिक्षकों के प्रति नाराजगी है। घटना की सूचना मिलते ही स्कूल के प्राचार्य मौके पर पहुंचे और परिजनों से इस गंभीर लापरवाही के लिए माफी मांगी।


