कांकेर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कांकेर, 6 दिसंबर। अबूझमाड़ इलाके में नक्सल मुठभेड़ में शहीद जवान को गृहग्राम मरारपानी, नरहरपुर में गुरुवार को राजकीय सम्मान के साथ नम आंखों से अंतिम विदाई दी।
नारायणपुर में पदस्थ प्रधान आरक्षक बीरेंद्र कुमार सोरी बुधवार को पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में शहीद हो गए।
गुरुवार को उनके पार्थिव शरीर को गृह ग्राम मरारपानी, नरहरपुर लाया गया। शहीद का शव पहुंचते ही पूरा गांव गमगीन हो गया। इस दौरान भारत माता की जय, शहीद बीरेंद्र कुमार अमर रहे के नारों से पूरा गांव गूंज उठा। ग्रामीणों और स्कूली छात्रों ने शहीद जवान पर फूलों की वर्षा कर नम आंखों से उन्हें अंतिम विदाई दी।
शहीद जवान के भाई हरीशचंद सोरी ने कहा कि 2010 में मेरा भाई पुलिस आरक्षक में भर्ती हुआ था। नक्सल मोर्चे में अच्छा काम करने के चलते 2018 में प्रधान आरक्षक के पद पर पदोन्नत हुआ था। कुछ दिन पहले ही एएसआई का ट्रेनिंग करके माना कैंप से वापस आए थे। गांव प्रमुख ने कहा कि गांव का लडक़ा आज नक्सलियों से लड़ते शहीद हो गया है, इससे पूरे गांव में शोक का माहौल है। नक्सलवाद जल्द खत्म होना चाहिए।