जशपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुरनगर, 9 जुलाई।गैंगरेप के मामले में आजीवन कारावास की सजा पाए दो फरार आरोपियों को जशपुर पुलिस ने पकडऩे में सफलता प्राप्त की है। दोनों आरोपी अप्रैल में पुलिस अभिरक्षा से भाग निकले थे और तब से फरार चल रहे थे। लगातार तीन महीने की सतत तलाश और तकनीकी सहायता से पुलिस ने ‘ऑपरेशन अंकुश’ के तहत इन्हें दबोच लिया है।
पुलिस के अनुसार 27 दिसंबर 22 को थाना कांसाबेल क्षेत्रांतर्गत एक 15 वर्षीय नाबालिगपीडि़ता ने थाना दुलदुला में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 26 दिसंबर 22 को वह अपनी सहेली के पास मेहमान घूमने, थाना दुलदुला क्षेत्रांतर्गत एक ग्राम में आई थी, तब उसकी आरोपी नेल्सन ख़ाखा से हल्की बातचीत हुई थी। उसी दिन शाम को पीडि़त प्रार्थिया अपनी सहेलियों के साथ एक नाला के पुल पर बैठी थी, तभी आरोपी नेल्सन ख़ाखा मोटर साइकल से आया, जिसको देखकर उसकी सहेलियां भाग कर छिप गई, मगर आरोपी नेल्सन के द्वारा पीडि़त प्रार्थिया को जबरन मोटर साइकल में बैठा कर, कुछ दूरी पर एक सूनसान जगह में ले जा कर, धमकी देते हुए पीडि़ता से रेप किया था, वहीं कुछ दूरी पर आरोपी नेल्सन ख़ाखा के साथी डिक्शन खाखा व सौरभ भी खड़े होकर देख रहे थे, बाद में उनके द्वारा भी पीडि़त प्रार्थिया के साथ रेप किया गया था।
रिपोर्ट पर थाना दुलदुला में तीनों आरोपियों क्रमश: नेल्सन ख़ाखा, डिक्शन खाखा व सौरभ के विरुद्ध भा. द. वि. की धारा 363, 366 व 376 के तहत मामला पंजीबद्ध कर प्रयाप्त अपराध सबूत पाए जाने पर विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया था।
इसी क्रम में 11 अप्रैल 25 को पुलिस के द्वारा, जिला जेल जशपुर से 10 मुलजिमों को पेशी हेतु अपर सत्र न्यायालय कुनकुरी लाया गया था। जिसमें की आरोपी नेल्सन ख़ाखा व डिक्शन खाखा भी शामिल थे। अपर सत्र न्यायालय में पेशी के दौरान दोनों आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा होने से , उनका फिंगर प्रिंट कराकर, पुलिस के द्वारा वापस न्यायालय में स्थित बंदी गृह ले जाया जा रहा था कि शाम करीब 5.45 बजे दोनों आरोपी क्रमश: नेल्सन ख़ाखा व डिक्शन खाखा , अचानक पुलिस को धक्का देकर अंधेरे का फायदा उठाते हुए फरार हो गए थे। जिसके सम्बन्ध में रिपोर्ट पर थाना कुनकुरी में बी एन एस की धारा 262 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर जांच विवेचना में लिया गया था।
चूंकि मामला अत्यंत गंभीर था, अत: वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर शशि मोहन सिंह के द्वारा , अपने कर्तव्य के प्रति लापरवाही बरतने वाले पुलिस कर्मियों को निलंबित करते हुए, फरार आरोपियों की पता साजी हेतु एक विशेष पुलिस टीम गठित की गई थी।
साथ ही पुलिस के मुखबिर तंत्र को भी सक्रिय किया गया था व पुलिस की टेक्निकल टीम की भी मदद ली जा रही थी।
पुलिस की टीम लगातार दोनों आरोपियों की पता साजी कर रही थी, आरोपी इतने इतने शातिर थे कि वे पुलिस से बचने के लिए झारखंड, उड़ीसा व छत्तीसगढ़ में बार बार अपना ठिकाना बदल रहे थे ,पुलिस उनके छिपने के संभावित ठिकानों पर लगातार दबिश दे रही थी।
इसी दौरान पुलिस को मुखबिर व पुलिस की टेक्निकल टीम की मदद से पता चला कि फरार आरोपी नेल्सन ख़ाखा, झारखंड के जिला सिमडेगा के थाना कुरडेग क्षेत्रांतर्गत ग्राम सांबा में है, व दूसरा फरार आरोपी रायगढ़ क्षेत्र में है व एक मालवाहक से कुनकुरी की ओर आ रहा है। जिस वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर के द्वारा त्वरित कार्यवाही हुए दो पुलिस की टीम गठित की गई, एक टीम ग्राम सांबा, थाना कुरडेग जिला सिमडेगा ( झारखंड) जाकर घेराबंदी कर आरोपी नेल्सन ख़ाखा को हिरासत में लेकर वापस लाई, व दूसरी टीम के द्वारा रायगढ़ से कुनकुरी तक फरार आरोपी डिक्शन खाखा को लगातार ट्रेस करते हुए अंतत: कुनकुरी में उसे हिरासत में लेने में सफलता पाई।
दोनों फरार आरोपियों क्रमश: नेल्सन खाखा, डिक्शन खाखा उम्र 30 वर्ष को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड जेल भेजा गया है। पुलिस के द्वारा फरार आरोपियों को भागने में साथ देने व शरण देने वालों क्रमश: कुनकुरी निवासी माइकल खाखा, जशपुर निवासी रितेश कुजूर व दुलदुला निवासी सुदीप मिंज के विरुद्ध भी वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।
मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर शशि मोहन सिंह ने बताया कि पुलिस की टीम के द्वारा बहुत ही प्रोफेशनल तरीके से काम करते हुए, पुलिस अभिरक्षा से भागे दो आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है। ऑपरेशन अंकुश जारी रहेगा।