जशपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता-
जशपुरनगर, 31 अगस्त । युवक की हत्या का प्रयास के शातिर फरार आरोपी को जशपुर पुलिस टीम ने बेंगलुरु (कर्नाटक) से दबोचा। आरोपी अपनी पहचान छिपाकर 4 माह से बेंगलुरु में रहकर काम कर रहा था। गिरफ्तारी में टेक्नीकल एक्सपर्ट एवं लोकल मुखबिर की अहम भूमिका रही।
पुलिस के अनुसार बगीचा थाना क्षेत्र की एक 65 वर्षीय महिला ने 17 अप्रैल को थाना बगीचा में रिपोर्ट दर्ज कराई कि वह 16 अप्रैल की शाम लगभग 5 बजे अपने घर के बाहर भिटका (बैठने की एक जगह) में बैठी थी, उसी समय उसे प्रताप खलखो द्वारा किसी बात को लेकर तुम्हारे परिवार को देख लूंगा कहकर धमकी देकर वहां से चला गया।
कुछ देर बाद प्रताप खलखो अपने मोटर सायकल से पुन: प्रार्थिया के पास आया और पास में बैठे उसके बेटे को हाथ, मुक्का से पेट, सीना में मारते हुये गला को दबाकर जमीन में पटक दिया एवं पेट को जोर-जोर से लात से मारने लगा, उसी दौरान प्रार्थिया की बेटी भी वहां आ गई एवं बीच-बचाव करने पर प्रताप खलखो वहां से मोटर सायकल से भाग गया।
पीडि़त को अंबिकापुर ले गये, डॉक्टर द्वारा रिपोर्ट में समय पर इलाज नहीं कराने से मृत्यु होने की पूर्ण संभावना लेख किया गया है। प्रार्थिया की उक्त रिपोर्ट पर मामले में धारा 307 भा.द.वि. जोड़ी जाकर विवेचना में लिया गया। प्रकरण का आरोपी फरार था, जिसकी लगातार पतासाजी की जा रही थी।
पुलिस अधीक्षक जशपुर द्वारा पुराने प्रकरण के फरार आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु विशेष पुलिस टीम को लगाया गया था, जिसमें टेक्नीकल एक्सपर्ट टीम भी शामिल थी। इसी दौरान टेक्नीकल एक्सपर्ट एवं लोकल मुखबिर से आरोपी के बेंगलुरु में रहने की सूचना मिली। जिस पर टीम द्वारा बेंगलुरुजाकर कुछ दिनों तक प्रताप खलखो की पतासाजी करने पर मिलने पर वहां से पकडक़र जशपुर लाया गया।
पूछताछ में आरोपी ने अपराध करना स्वीकार किया एवं उसके कब्जे से घटना में प्रयुक्त मोटर सायकल को जब्त किया गया। आरोपी प्रताप खलखो महादेवडांड़ थाना बगीचा के विरूद्ध अपराध सबूत पाये जाने पर उसे 29 अगस्त को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है।
पुलिस अधीक्षक जशपुर शशि मोहन सिंह द्वारा कहा गया है कि पुराने प्रकरणों के फरार आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु विशेष टीम को लगाया गया है, आरोपी प्रताप खलखो अत्यंत शातिर किस्म का व्यक्ति है, उसे सायबर एक्सपर्ट एवं लोकल मुखबीर की सहायता से उसे बेंगलुरु से पकडक़र लाया गया है।
पूछताछ में उसने उक्त अपराध को घटित करना स्वीकार किया है। आरोपी की गिरफ्तारी में सम्मिलित टीम को नगद ईनाम से पुरस्कृत किया गया है।


