अंतरराष्ट्रीय

फिलीपींस,01 नवम्बर | 225 किलोमीटर प्रति घंटे (140 मील प्रति घंटे) की रफ्तार के साथ तूफ़ान गोनी फिलीपींस से टकराया है. तूफ़ान के कारण यहां भारी बारिश हो रही है और तेज़ रफ़्तार हवा की वजह से तबाही मची हुई है.
तूफ़ान के कारण अब तक चार लोगों के मारे जाने की सूचना है. बड़े पैमाने पर लोगों के घर तबाह हो चुके हैं और बाढ़ से सड़कें ध्वस्त हो गई हैं.
मौसम विभाग ने बताया है कि स्थानीय समय के अनुसार रविवार सुबह 4.50 बजे कैटेंडुनस द्वीप के तट पर इस तूफान ने दस्तक दी है. उसके बाद ये एक और मुख्य द्वीप लुज़ोन तक पहुँच गया है. राजधानी मनीला लुज़ोन पर ही है.
बीबीसी के हॉवर्ड जॉनसन ने बताया है कि कैटेंडुनस द्वीप के छोटे से शहर वीराक को लेकर चिंता की बनी हुई है. वहाँ करीब 70,000 लोग रहते हैं. गोनी के आने के बाद यहां से संपर्क टूट गया है.
मौसम विभाग ने अपने बुलेटिन में भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन की चेतावनी दी है. सोशल मीडिया पर दिख रही तस्वीरों में घरों के ऊपर से टिन के छत उड़ते हुए दिख रहे हैं.
स्थानीय प्रशासन ने बिजली की सप्लाई बंद कर दी है. तस्वीरों में तूफ़ान गोनी के रास्ते में आने वाली सड़कें और दूसरी आधारभूत संरचनाएँ ध्वस्त होती दिख रही है
जिन चार लोगों के मारे जाने की ख़बर है उनमें अलबाय प्रांत का एक पांच साल का बच्चा भी है. दो लोगों के डूबने की ख़बर है तो एक की कीचड़ में बहने से मौत हुई है. एक अन्य व्यक्ति की पेड़ गिरने से मौत हुई है.
अलबाय प्रांत की 21 साल की फ्रांसिया मेई बोरास ने समाचार एजेंसी एएफ़पी को बताया, "हवा बहुत भयावह है और इसकी आवाज़ आवाज़ डरानेवाली है. ये बहुत शक्तिशाली तूफान है."
फिलीपींस में गोनी तूफ़्न को रॉली के नाम से पुकारा जा रहा है. यह फिलीपींस में 2013 में आए तूफ़ान हेयान के बाद सबसे ताकतवर तूफान है. तूफ़ान हेयान से फिलीपींस में 6000 लोगों की जान चली गई थी.
फिलीपींस में ऐसे शक्तिशाली तूफ़ान आते रहते हैं. औसतन साल में 20 दफ़ा यहाँ तूफ़ान आते हैं. पिछले हफ़्ते ही आए मोलावे तूफ़ान में यहां 22 लोगों की जान गई है लेकिन उसकी तुलमा में गोनी तूफ़ान काफी ताकतवर है.
इस बार कोविड-19 की वजह से यहां हालात और जटिल है. कोरोना से अब तक फिलीपींस में 380,739 लोग संक्रमित हो चुके हैं और 7,221 लोगों की मौत हो चुकी है.
नागरिक सुरक्षा प्रमुख रिकार्डो जैलाड ने कहा है कि क़रीब 3,47,000 लोगों को उनके घरों से निकाल कर सुरक्षित जगहों पर ले जाया गया है.
अधिकारियों ने बताया है कि जिन कोरोना के मरीजों का अलग टेंट में इलाज चल रहा था, उन्हें भी सुरक्षित वहाँ से बाहर निकाला गया है.(https://www.bbc.com/hindi)