अंतरराष्ट्रीय
यूएन एजेंसी ने कहा- ग़ज़ा में भूख के कारण ख़तरे में पूरी पीढ़ी का अस्तित्व
24-Jul-2025 9:04 AM

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संयुक्त राष्ट्र एजेंसी का कहना है कि ग़ज़ा में भूख के कारण विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि ग़ज़ा में गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं में से 20 फ़ीसदी महिलाएं कुपोषण का शिकार हैं.
संयुक्त राष्ट्र यौन एवं प्रजनन स्वास्थ्य एजेंसी (यूएनएफ़पीए) ने ग़ज़ा में "भुखमरी, मनोवैज्ञानिक आघात और स्वास्थ्य सेवा की गिरावट" के कारण बच्चों का जन्म मुश्किल हो सकता है.
यूएनएफ़पीए ने चेतावनी दी है कि ये स्थितियां "एक पूरी पीढ़ी के अस्तित्व के लिए ख़तरा हैं."
संगठन ने 2025 की पहली छमाही के आंकड़े पेश किए हैं, जिनके अनुसार जन्म दर में तेज़ी से गिरावट आएगी.
यूएनएफ़पीए ने बताया है कि जनवरी से जून तक 220 माताओं की मौत हो गई है, यह 2022 में दर्ज मातृ मृत्यु की कुल संख्या से "20 गुना से भी अधिक" है. (bbc.com/hindi)
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