अंतरराष्ट्रीय

अमेरिका ने फ़लस्तीन को लेकर फ़्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के फ़ैसले को 'सख़्ती से ख़ारिज' कर दिया है.
उसका कहना है कि मैक्रों का यह फ़ैसला 'सिर्फ़ हमास के प्रॉपेगेंडा को बढ़ावा देता है'.
अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर लिखा, "संयुक्त राष्ट्र महासभा में फ़लस्तीन को राष्ट्र का मान्यता देने की इमैनुएल मैक्रों की योजना को अमेरिका सख़्ती से ख़ारिज करता है."
उन्होंने लिखा, "यह गैर-ज़िम्मेदाराना फै़सला सिर्फ़ हमास के प्रॉपेगेंडा को बढ़ावा देता है और यह अशांति बढ़ाएगा. यह 7 अक्तूबर के हमले के पीड़ितों के लिए एक तमाचे जैसा है."
राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने गुरुवार को कहा है कि उनका देश फ़लस्तीन को इसी साल सितंबर में आधिकारिक तौर पर मान्यता देगा.
राष्ट्रपति मैक्रों ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर लिखा कि इसकी औपचारिक घोषणा न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र में की जाएगी.
फ़लस्तीनी अधिकारियों ने मैक्रों के फै़सले का स्वागत किया है, लेकिन इसराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने इस क़दम की आलोचना करते हुए कहा कि यह "आतंकवाद को इनाम देने जैसा है." (bbc.com/hindi)