अंतरराष्ट्रीय

फ़लस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत एवं कार्य एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) के प्रमुख का कहना है कि ग़ज़ा में 20 फ़ीसदी बच्चे कुपोषित हैं.
संयुक्त राष्ट्र की मुख्य एजेंसी यूएनआरडब्ल्यूए के प्रमुख फिलिप लाज़ारिनी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा है, "यूएनआरडब्ल्यूए टीमों द्वारा देखे गए अधिकांश बच्चे दुबले-पतले और कमजोर हैं और यदि उन्हें तत्काल आवश्यक उपचार नहीं मिलता है तो उनके मरने का खतरा अधिक है."
उन्होंने कहा, "माता-पिता अपने बच्चों की देखभाल करने के लिए बहुत भूखे हैं",और आगे कहा कि "यह गहराता संकट सभी को प्रभावित कर रहा है."
उन्होंने कहा कि यूएनआरडब्ल्यूए के स्वास्थ्यकर्मी "प्रतिदिन सिर्फ दाल पर जीवित रह रहे हैं" और काम के दौरान कर्मचारी भूख से बेहोश हो रहे हैं.
लाज़ारिनी ने आगे कहा कि यूएनआरडब्ल्यूए के पास जॉर्डन और मिस्र में "खाद्य और चिकित्सा आपूर्ति से भरे 6,000 ट्रकों के बराबर सामान मौजूद है."
उन्होंने इसराइल से आग्रह किया कि वह "मानवीय सहयोगियों को ग़ज़ा में मानवीय सहायता पहुंचाने की अनुमति दे." (bbc.com/hindi)