अंतरराष्ट्रीय
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अमेरिकी पुलिस ने बुधवार को अमेरिकी प्रांत मिसूरी में एक घर पर छापा मारकर बीस वर्षीय भारतीय छात्र को महीनों की क़ैद से आज़ाद कराया है.
पुलिस ने इस शख़्स का नाम उजागर नहीं किया है.
पुलिस ने इस मामले में वेंकटेश आर सत्तारू, श्रवण वर्मा पेनमेचा और निखिल वर्मा पेनमात्सा को गिरफ़्तार किया है.
गुरुवार को इन लोगों के ख़िलाफ़ मानव तस्करी, अपहरण, और हमले का मामला दर्ज किया गया है.
अधिकारियों ने बताया है कि बीस वर्षीय भारतीय छात्र सुरक्षित है और उसका एक अस्पताल में इलाज किया जा रहा है.
इस मामले में अभियोजक जो मेककुलोक ने बताया है कि इस शख़्स को उसके चचेरे भाइयों की ओर से पिछले सात महीनों से बेसमेंट में बंद करके रखा गया था.
इस शख़्स के पूरे शरीर में कई हड्डियां टूटी हैं और कई जगह जख़्म हैं.
इस शख़्स को पिछले सात महीने से बेसमेंट में बंद करके रखा गया था और उसे खुरदुरी ज़मीन पर सोने के लिए मजबूर किया गया. यही नहीं, इस शख़्स को बाथरूम तक नहीं जाने दिया जाता था. (bbc.com/hindi)