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पेरिस, 1 जुलाई (एपी)। फ्रांस के गृह मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि पुलिस द्वारा 17 वर्षीय एक किशोर को गोली मारे जाने की घटना के बाद चौथी रात व्यापक विरोध प्रदर्शन के दौरान देशभर में 1,311 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
सरकार ने हिंसा रोकने के लिए देश भर में 45,000 पुलिसकर्मियों की तैनाती की है। रातभर युवा प्रदर्शनकारियों की पुलिस से भिड़ंत हुई। विभिन्न जगहों पर प्रदर्शनकारियों ने करीब 2,500 दुकानों में आग लगा दी और तोड़फोड़ की।
नैनटेरे के उपनगर में पुलिस की गोलीबारी में मंगलवार को मारे गए किशोर नाहेल को दफनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई।
इस बीच, फ्रांस की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम, जिसमें अंतरराष्ट्रीय स्टार किलियन एम बापे भी शामिल हैं, ने हिंसा को समाप्त करने का अनुरोध किया। खिलाड़ियों ने एक बयान में कहा, ‘‘हम दर्द और दुख की इस भावना को साझा करते हैं। हिंसा से कुछ समाधान नहीं निकलेगा। अभिव्यक्ति के अन्य शांतिपूर्ण और रचनात्मक तरीके हैं।’’
गौरतलब है कि मंगलवार को यातायात जांच के दौरान 17 वर्षीय नाहेल की हत्या का वीडियो भी सामने आया है। इस घटना ने देश को झकझोर कर रख दिया है और लोग काफी आक्रोशित हैं। मौत के बाद पेरिस उपनगर में गुस्सा फूट पड़ा और तेजी से पूरे देश में हिंसा भड़क गई।
व्यापक प्रदर्शन के कारण राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों पर भी दबाव बढ़ गया है, जिन्होंने माता-पिता से बच्चों को सड़कों से दूर रखने की अपील की और हिंसा को बढ़ावा देने के लिए सोशल मीडिया को दोषी ठहराया।
गृह मंत्रालय ने बताया कि एक रात पहले देशभर में प्रदर्शन के दौरान 917 लोगों को गिरफ्तार किया गया। प्रदर्शन के दौरान 500 इमारतों को निशाना बनाया गया, 2000 वाहनों में आग लगा दी गई। हिंसा में कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं लेकिन उनकी संख्या जारी नहीं की गई है।
मैक्रों ने उन सोशल मीडिया प्लेटफार्म को आड़े हाथों लिया, जिन्होंने हिंसा और कारों तथा इमारतों को आग लगाए जाने की तस्वीरें प्रसारित की हैं। सोशल मीडिया ऐप स्नैपचैट और टिकटॉक पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि इनका इस्तेमाल अशांति फैलाने के लिए किया जा रहा है।
नाहेल की हत्या के आरोपी पुलिस अधिकारी पर इरादतन हत्या का प्रारंभिक आरोप लगाया गया है। प्रारंभिक आरोपों का मतलब है कि जांच करने वाले मजिस्ट्रेट को गलत कृत्य का गहरा संदेह है, लेकिन किसी मामले को सुनवाई के लिए भेजने से पहले उन्हें और अधिक जांच करने की आवश्यकता है। नैनटेरे अभियोजक पास्कल प्राचे ने कहा कि उनकी प्रारंभिक जांच से वह इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि अधिकारी द्वारा अपने हथियार का इस्तेमाल कानूनी रूप से उचित नहीं था।
नाहेल की मां मौनिया एम ने ‘फ्रांस 5’ टेलीविजन को बताया कि वह उस पुलिस अधिकारी से बहुत अधिक गुस्सा हैं जिसने उनके बच्चे को मार डाला। उन्होंने कहा, ‘‘वह कुछ-कुछ अरबी बच्चों की तरह दिखता था। वह (अधिकारी) उसकी जान लेना चाहता था।’’
किशोर के परिवार की विरासत अल्जीरिया से जुड़ी है। मौनिया ने कहा, ‘‘एक पुलिस अधिकारी अपनी बंदूक लेकर हमारे बच्चों पर गोली नहीं चला सकता, हमारे बच्चों की जान नहीं ले सकता।’’
मामले से फ्रांस सरकार की चिंताएं बढ़ गई हैं। फ्रांस के एक अधिकारी ने नाहेल पर गोली चलाने वाले पुलिस अधिकारी के नाम और पते का विवरण सोशल मीडिया पर आने का हवाला दिया।
शुक्रवार को अपने भाषण के दौरान, मैक्रों ने यह नहीं बताया कि वह सोशल मीडिया पर किस प्रकार की सामग्री को ‘संवेदनशील’ मानते हैं, लेकिन उन्होंने कहा कि उन्हें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से ‘जिम्मेदारी’ समझने की उम्मीद है।
अधिकारी ने कहा कि हिंसा भड़काने वाली सामग्री को हटाने की प्रक्रिया में तेजी लाने के उद्देश्य से सरकार और स्नैपचैट और ट्विटर सहित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के बीच बातचीत शुरू हो गई है। उन्होंने कहा कि फ्रांस सरकार उन लोगों की पहचान करने पर भी जोर दे रही है जो हिंसा का आह्वान कर रहे हैं लेकिन यह अभी ‘चर्चा’ के चरण में है।