अंतरराष्ट्रीय

-शुमायला जाफ़री
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ख़ान को गिरफ़्तार करने लाहौर पहुंचे पुलिसकर्मियों की इमरान समर्थकों के साथ झड़प अभी भी जारी है.
इस्लामाबाद पुलिस पिछले कुछ हफ़्तों से इमरान ख़ान को गिरफ़्तार करने की कोशिश कर रही है और इमरान ख़ान के समर्थक लगातार पुलिसकर्मियों का विरोध कर रहे हैं.
बीते कुछ घंटों में पुलिसकर्मियों और इमरान ख़ान के समर्थकों के बीच संघर्ष बढ़ता दिख रहा है.
पीटीआई नेता मुराद सईद ने आज सुबह दावा किया है कि पुलिस ने एक बार फिर लाहौर के प्रतिष्ठित इलाके में स्थित इमरान ख़ान के ज़मन पार्क आवास की ओर बढ़ना शुरू कर दिया है.
इससे पहले इमरान ख़ान ने अपने समर्थकों को बताया है कि 'उन्होंने आगामी 18 मार्च को अदालत के समक्ष पेश होने का लिखित आश्वासन दिया है. इस आश्वासन पत्र पर उनके दस्तख़त हैं. ऐसे में उन्हें गिरफ़्तार करने के लिए की जा रही कोशिशों का कोई आधार नहीं है.'
इमरान ख़ान ने ये भी बताया है कि उन्होंने लाहौर हाईकोर्ट की बार एसोसिएशन के अध्यक्ष इश्तियाक़ ए ख़ान को स्योरिटी बॉण्ड (मुचलका) दिया है जिसे वह अदालत में पेश करेंगे.
उन्होंने कहा, “मैंने अफ़रातफ़री से बचने के लिए स्योरिटी बॉण्ड पर हस्ताक्षर किए हैं. ऐसे में अब मेरी गिरफ़्तारी का कोई आधार नहीं है. वे लंदन प्लान को अमल में लाने के लिए अवैध क़दम उठाने के लिए तैयार हैं.”
लंदन प्लान से उनका आशय पीएमएल-एन सुप्रीमो नवाज़ शरीफ़ की ओर था. उनका दावा है कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ के कहने पर उनके ख़िलाफ़ साजिश की गयी है.
बीबीसी संवाददाता फ़रहत जावेद से बात करते हुए इमरान ख़ान ने कहा है कि वह जेल जाने के लिए तैयार हैं. इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया है कि ज़मन पार्क में पुलिस की कार्रवाई सुरक्षा एजेंसियों की मर्ज़ी के बिना संभव नहीं थी.
वहीं, पाक सरकार ने इमरान ख़ान के आरोपों को ख़ारिज करते हुए कहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री कोर्ट में पेशी से बचने के लिए हिंसा भड़का रहे हैं. (bbc.com/hindi)