अंतरराष्ट्रीय

जॉर्जिया में एक विवादित विधेयक को लेकर प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़पें हुई हैं.
बड़ी तादाद में प्रदर्शनकारियों ने राजधानी तिब्लिसी में प्रदर्शन किया है.
जॉर्जिया की संसद ने एक विवादित क़ानून पास किया है. आलोचकों का कहना है कि ये क़ानून प्रेस और नागरिक समाज के अधिकारों को सीमित कर देगा.
संसद के बाहर से प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए दंगा रोधी पुलिस ने आंसू गैस और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया.
कई प्रदर्शनकारी इस दौरान ज़मीन पर गिर गए. प्रदर्शनकारी जॉर्जिया और यूरोपीय संघ का झंडा फ़हरा रहे थे.
पुलिस ने इस दौरान 66 लोगों को गिरफ़्तार भी किया है जिनमें विपक्ष के नेता ज़ुराब जापारिद्ज़े भी शामिल हैं.
जॉर्जिया की संसद में पारित हुए इस नए विधेयक की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी आलोचना हो रही है.
इस विधेयक के तहत जॉर्जिया में काम कर रहे विदेशी मीडिया संस्थानों और ग़ैर सरकारी संगठनों को विदेश से बीस प्रतिशत से अधिक फंड लेने पर अपने आप को 'विदेशी एजेंट' घोषित करना पड़ेगा.
ऐसा ना करने पर भारी ज़ुर्माने और जेल तक की सज़ा का प्रावधान किया गया है.
विरोधियों का कहना है कि ये क़ानून जॉर्जिया को रूस की तरह अधिनायकवाद की तरफ़ ले जाएगा और इससे जॉर्जिया के यूरोपीय संघ का हिस्सा बनने में भी दिक्कतें आएंगी. (bbc.com/hindi)