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PTI
गुरुवार को 'इस्लामाबाद लॉन्ग' मार्च पर निकले इमरान ख़ान को पंजाब प्रांत के वज़ीराबाद में गोली लगी थी. उसके बाद शुक्रवार को वो पहली बार कैमरे पर नज़र आए. उन्होंने देश की सियासत और उनकी जान पर ख़तरे के बारे में अवाम को संबोधित किया.
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने पाकिस्तान के लोगों से कहा कि उनकी हत्या का साज़िश रची गई थी.
अवाम के नाम अपने लंबे संबोधन में इमरान ने पाकिस्तान की मौजूदा सरकार पर कई आरोप लगाए और कहा कि ये उनकी पार्टी को ख़त्म करना चाहती है. आइए देखते हैं उन्होंने अपने संबोधन में क्या कहा.
'मुझे गुजरात या वज़ीराबाद में मारने की साजिश थी'
1. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ़ के प्रमुख इमरान ने कहा कि उन्हें पहले से पता था कि उन्हें गुजरात या वज़ीराबाद में मारने की कोशिश की जाएगी. इमरान ने कहा कि यह सोचा गया था कि अगर उन्हें बर्खास्त किया गया तो लोग मिठाइयां बांटेंगे. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. उन्होंने कहा यह सत्ता प्रतिष्ठान के लिए एक धक्का था. लोग उन लोगों के साथ नहीं जाना चाहते थे जो 30 साल से चोरी कर रहे हैं.
2. इमरान ने कहा, '' मेरे कार्यकाल में विपक्ष ने तीन लॉन्ग मार्च किए. उन्हें हमने मंजूरी दे दी. इसलिए हमें लगा कि हमारे भी प्रदर्शन को रोका नहीं जाएगा. जिन लोगों ने हमारे लिए प्रदर्शन किए उनके घर में बम गिराए गए, उन्हें पीटा गया.
3. इमरान ख़ान ने कहा, ''लोगों ने सोचा कि यह 'मम्मी-डैडी' पार्टी है, खत्म हो जाएगी. देश में फ़ैसले बंद कमरे में लिए जा रहे हैं. बंद कमरे में वो लोग फ़ैसले ले रहे हैं जिन्हें ज़मीनी हक़ीक़त का पता नहीं है.
4. इमरान ख़ान ने पाकिस्तान में चुनाव सुधार लागू न करने का आरोप भी सत्ता प्रतिष्ठान पर मढ़ा. उन्होंने कहा, ''ये दो पार्टियां ईवीएम लाने के लिए तैयार नहीं हैं क्योंकि उन्हें चुनाव में धांधली करनी है. हैंडलर्स ने भी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों का विरोध किया था.
5. इमरान ख़ान ने कहा कि मेजर जनरल फ़ैसल नसीम की नियुक्ति के बाद पीटीआई के समर्थकों और मीडिया पर दबाव बनाया गया. नसीम ने इन्हें ब्लैकमेल करने का काम किया.
इमरान ख़ान के 'इस्लामाबाद लॉन्ग मार्च' के कामयाब होने की कितनी उम्मीद
इमरान ख़ान
'सरकार मेरे समर्थकों को प्रताड़ित कर रही है'
6.उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी जनता से पैसे लेती है इसलिए वो लोगों के हितों के साथ खड़ी रहती है. एफआईए उनकी पार्टी को नुक़सान पहुंचा रही है ताकि पार्टी को पैसा देने वाले डर जाएं.
7. जनरल फ़ैसल का नाम लेते हुए कहा कि वो पत्रकारों को प्रताड़ित कर रहे हैं. उन पर हमले करा रहे हैं. इमरान ने पत्रकार अरशद शरीफ़ का भी नाम लिया और कहा कि वह उन्हें और उनके परिवार को जानते हैं.
8. इमरान ने कहा कि अरशद का परिवार और उनके साथी पत्रकार जानते हैं कि अरशद को देश छोड़ कर क्यों जाना पड़ा. अरशद शरीफ की कीनिया में हत्या हो गई थी. उन्हें इमरान समर्थक समझा जाता था.
9. इमरान ख़ान ने कहा कि उन्होंने एक वीडियो में चार लोगों के नाम सेव कर रखा है जिन्होंने उनकी हत्या करने का फ़ैसला किया है. अगर उन्हें कुछ होता है तो ये वीडियो रिलीज़ कर दिया जाएगा.
10. इमरान ने कहा कि वज़ीराबाद की घटना से एक दिन पहले इन चारों लोगों से अलग तीन लोगों ने उनकी हत्या की साजिश रची हुई है. इनमें गृह मंत्री सनाउल्लाह खां, प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ और मेजर जनरल फैसल नसीर शामिल हैं. (bbc.com/hindi)