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शताब्दी वर्ष : कलश यात्रा के साथ तीन दिवसीय धार्मिक आयोजन शुरू
28-Nov-2025 6:58 PM
शताब्दी वर्ष :  कलश यात्रा के साथ तीन दिवसीय धार्मिक आयोजन शुरू

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

नवापारा-राजिम, 28 नवंबर। श्री राधाकृष्ण मंदिर के शताब्दी वर्ष के पावन अवसर पर मंदिर ट्रस्ट द्वारा 28 से 30 नवंबर रविवार तक भव्य धार्मिक आयोजन का शुभारंभ कलश यात्रा के साथ किया गया।

इस अवसर पर शुक्रवार सुबह मंदिर परिसर पर स्थापित किए गए यज्ञ- हवन स्थल से पूजा अर्चना कर हजारों महिलाओं, बच्चे अपने सिर पर कलश लिए तथा अन्य नर्तक दलों द्वारा भिन्न-भिन्न प्रकार के धार्मिक- सांस्कृतिक कलाओं का प्रदर्शन करते हुए पूरे नगर में कलश शोभायात्रा निकाली गई। मंदिर ट्रस्टी से जुड़े लोगों के साथ-साथ पूरे नगरवासी एवं अंचलवासियों का उत्साह उमंग देखते ही बन रहा था। वहीं इसके साथ ही कार्यक्रम शुभारंभ हो गया है। आयोजन को लेकर पूरे शहर में धार्मिक उल्लास,सांस्कृतिक उत्साह और आध्यात्मिक वातावरण का माहौल बना हुआ है।

सौ वर्षों की आध्यात्मिक विरासत

मंदिर ट्रस्ट के अनुसार श्री राधाकृष्ण मंदिर की स्थापना वर्ष 1925 में नगर के प्रमुख अग्रवाल परिवारों द्वारा की गई थी। स्वर्गीय सेठ रेखराज-चतुर्भुज सहित अन्य पूर्वजों ने मिलकर मंदिर का निर्माण कराया था। आज यह मंदिर न केवल आस्था का केंद्र है, बल्कि नवापारा की सांस्कृतिक पहचान और सामाजिक एकता का प्रतीक माना जाता है।

शताब्दी वर्ष में हो रहा धार्मिक-सांस्कृतिक कार्यक्रम

मंदिर ट्रस्ट समिति के संरक्षक मोहनलाल अग्रवाल, सचिव अभिषेक अग्रवाल तथा सदस्य गोपाल अग्रवाल, गिरधारी अग्रवाल, नयन अग्रवाल, शरद शुक्ला और डॉ. टी.एन. रमेश ने बताया कि शताब्दी वर्ष को अविस्मरणीय बनाने के लिए विविध आयोजनों की रूपरेखा तैयार की गई है। जिसमें प्रतिदिन श्री विष्णु यज्ञ सुबह 7 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक हो रहा है।

कार्यक्रमों की कड़ी में 28 से 30 नवंबर तक नानी बाई का मायरा कथा का आयोजन होगा। जिसमें वृंदावन से पधारी दीदी राधाकिशोरी प्रवचन देंगी। विशेष प्रवचन एवं भजन समारोह में 28 नवंबर रात 8 बजे विजय शंकर मेहता का प्रवचन होगा। 29 नवंबर को शाम 7.30 बजे से रात्रि 10 बजे तक हेमंत बृजवासी मंडली वृंदावन का भजन कार्यक्रम होगा। 30 नवंबर को रविवार को शाम 7.30 बजे से रात्रि 10 बजे तक लीला स्पिरिचुअल बैंड, दिल्ली द्वारा भजन संध्या का शानदार कार्यक्रम आयोजित है।

शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में मंदिर परिसर को आकर्षक रोशनी,फूलों और पारंपरिक सजावट से सुसज्जित किया गया है। मंदिर ट्रस्ट ने नगरवासियों, श्रद्धालुओं और आसपास के क्षेत्रों के भक्तों से अधिक संख्या में उपस्थित होकर इस ऐतिहासिक आयोजन को सफल बनाने की अपील की है।

 


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