गरियाबंद

ज्ञापन सौंपकर बोले- व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ, तो आंदोलन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 23 मई। अघोषित बिजली कटौती ने लोगों को परेशान कर रखा है। स्थिति यह है कि बिजली कब गुल हो जाए इसका कोई भरोसा नहीं है। नगर में प्रतिदिन हो रही अघोषित बिजली कटौती से नाराज नवापारा ब्लॉक कांग्रेस कमेटी ने गुरुवार को पारागांव स्थित बिजली दफ्तर पहुंचकर कार्यपालन यंत्री के नाम कनिष्ठ अभियंता एके वर्मा को ज्ञापन सौंपा और मांग की कि यदि अघोषित बिजली कटौती जल्द बंद नहीं की गई तो हम सभी आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमुख रूप से ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष सौरभ शर्मा, नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष धनराज मध्यानी, पूर्व उपाध्यक्ष जीत सिंह, नवापारा नगर पालिका नेता प्रतिपक्ष संध्या राव, ब्लॉक महामंत्री राजा चावला, उपाध्यक्ष राकेश सोनकर, रामकुमार शर्मा, पार्षद रामरतन निषाद, अर्जुन साहू, अजय साहू, हेमंत साहनी, टिकेश गिलहरे, दीपाली राजपूत, मानसिंह ध्रुव, प्रतीक साहू, वीरेंद्र राजपूत, शाहिद रजा, बलीराम सहित कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल थे।
अघोषित बिजली कटौती से सभी परेशान
कांग्रेसियों ने कहा कि नवापारा नगर धार्मिक और व्यापारिक दृष्टि से प्रमुख केंद्र है। बार-बार हो रही बिजली कटौती से दुकानदार, गृहणियां और विद्यार्थी भी काफी परेशान हैं। बिजली कटौती से जरूरी काम ठप हो जाते हैं। बताया गया कि जब से गर्मी का मौसम शुरू हुआ है, तब से नगर की बिजली व्यवस्था चरमरा गई है। स्थिति यह है कि दिन और रात में बार-बार बिजली कटौती हो रही है। जबकि पहले विभाग कभी मेंटेनेंस के नाम पर तो कभी लोड शेडिंग के नाम पर बिजली कटौती कर देता था। अघोषित बिजली कटौती से व्यापारियों में भी रोष देखा जा रहा है। उनका कहना है कि बार-बार हो रही बिजली कटौती से व्यापारियों को नुकसान हो रहा है।
बिजली कटौती से लोगों की दिनचर्या पर पड़ रहा असर- संध्या
चर्चा के दौरान नवापारा नगर पालिका नेता प्रतिपक्ष संध्या राव ने कहा कि अघोषित बिजली कटौती से लोगों की दिनचर्या पर विपरीत असर पडऩे लगा है। एक तरफ लोगों को बिजली नहीं मिल रही है, वहीं दूसरी तरफ उन्हें हर महीने बढ़े हुए बिल थमाए जा रहे हैं। शहरों का यह हाल है तो ग्रामीण क्षेत्रों का क्या हाल होगा, इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। शहर में कब बिजली चली जाए, इसका कोई भरोसा नहीं है। दिन-रात में 3-4 बार बिजली कटौती की जा रही है, जिससे लोगों की नींद और काम दोनों प्रभावित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर बिना पूर्व सूचना के अघोषित रूप से बिजली कटौती की जाती है, तो समस्या कई गुना बढ़ जाती है। बिजली कटौती अब असहनीय हो गई है। उन्होंने कहा कि अगर व्यवस्था में सुधार नहीं किया गया, तो आने वाले समय में बिजली दफ्तर के सामने उग्र प्रदर्शन किया जाएगा।