गरियाबंद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 19 अक्टूबर। जिले के 67 सहकारी समिति प्रबंधकों द्वारा लंबित प्रमुख 3 सूत्रीय मांगों को लेकर चरणबद्ध हड़ताल के तहत शुक्रवार को कार्यालय में काली पट्टी लगा काम किया।
जिला सहकारी समिति कर्मचारी संघ जिला अध्यक्ष प्रमोद यादव ने बताया कि छत्तिसगढ़ सहकारी समिति कर्मचारी महा संघ के आव्हान पर प्रदेश सहित गरियाबंद जिले के 67 समिति प्रबंधकों ने अपनी लंबित तीन सूत्रीय मांगों को लेकर सरकार के विरोध स्वरूप प्रथम चरण में आज से तीन दिवस काली पट्टी लगा कार्य करेंगे, द्वितीय चरण में 21 से 22 अक्टूबर तक सामूहिक अवकाश लेकर जिला स्तरीय धरना प्रदर्शन कर मुख्य्मंत्री व खाद्य, सहकारिता मंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपेंगे, वहीं तीसरे चरण में 23 अक्टूबर भोजन अवकाश के बाद शासन के विरोध में नारे बाजी, उसके बाद भी सरकार द्वारा कोई पहल नही करने पर 4 नवंबर से रायपुर में अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन शामिल होगें।
क्या इनकी प्रमुख मांगें
1. मध्य प्रदेश सरकार के दर्ज कर छ.ग. सरकार द्वारा भी प्रदेश के 2052 सहकारी समितिया को कर्मचारियों के वेतनमा अन्य सुविधाएं लाम देने हेतु प्रति वर्ष प्रत्येक समितियों को 3-3 लाख रूपये प्रबंधकीय अनुदान राशि देने शीघ्र आदेशित किया जावे, 2. सेवा नियम 2018 की आशिक सशोधन करते हुए पुनरीक्षित वेतनमान लागू की जाये , 3. समर्थन मूल्य धान खरीदी वर्ष 2023-24 में धान परिदान पश्चात हुई सपूर्ण सुखत मान्य करते हुए आगामी वर्षों के लिए धान खरीदी नीति में वर्णित 16.8 में सुखत मान्य का प्रावधान करते हुए धान खरीदी अनुका में परिवर्तन करते हुए प्रासंगिक व सुरक्षा व्यय ए7 कमीशन, खाद, बीज, उपभोक्ता, फसल बीमा, आदि को 4 गुणा बढ़ोतरी कर राशन वितरण पर 500 किलो अत्ति पूर्ति /5000 रूपये दी जाए।