गरियाबंद

शिक्षक समाज की धुरी-डॉ. सिन्हा
14-Sep-2024 3:50 PM
शिक्षक समाज की धुरी-डॉ. सिन्हा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

नवापारा-राजिम, 14 सितंबर। नगर के ब्रह्माकुमारीज त्रिमूर्ति भवन की ग्लोबल पीस सभा हाल में स्वस्थ और स्वच्छ सामाज के निर्माण में शिक्षकों की भूमिका विषय के अन्तर्गत शिक्षक सम्मान- समारोह का आयोजन सोमवार को किया गया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ.के. आर.सिन्हा (एम.डी. फिजिसियन एण्ड मेडिसिन,नवापारा) रहे। सेवा केन्द्र की संचालिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी पुष्पा दीदी की अध्यक्षता मेंं आयोजित कार्यक्रम में खड़मा सेवा केन्द्र की प्रभारी ब्रह्माकुमारी अंशु बहन, फाखरा खानम दानी (व्याख्याता, शास. हरिहर  उच्च. माध्य. विद्यालय नवापारा), जोहत राम यादव (व्याख्याता हाई स्कूल पिपरछेडी), सेवानिवृत प्रधान पाठक प्रफुल्ल दुबे किरबई, संजीवन प्रसाद, श्रीराम सोन, गजानन्द गुप्ता,नवापारा एवं नारायण राम साहू (सेवानिवृत प्रधानपाठक पिपरौद) बतौर विशेष अतिथि के आसन्दी पर विराजमान रहे।संस्थान की भगिनी संस्था राजयोगा एजुकेशन एंड रिसर्च फाउंडेशन के शिक्षा प्रभाग के द्वारा समय-समय पर विभिन्न कार्यक्रम संस्थान आयोजित करता है, ताकि व्यक्ति, समाज व राष्ट्र का नैतिक उत्थान हो सके। भारतवर्ष में डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी के जन्म दिवस को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। हमें बेहद खुशी है कि आप सभी शिक्षकों का सम्मान करने हेतु हमें अवसर प्राप्त हुआ है।

वरिष्ठ व्याख्याता जोहत राम यादव ने कहा की अपने को हमेशा विद्यार्थी समझे व सीखते रहे, वहीं कार्यक्रम में नारीशक्ति का प्रतिनिधित्व कर रही वरिष्ठ व्याख्याता फाखरा खानम दानी ने कहा कि हर इंसान अपने विशेषताओं के साथ जन्म लेता है। वह आध्यात्मिक भी होता है और चिंतक भी होता है।  सेवानिवृत्त प्रधान पाठक प्रफुल्ल दुबे ने बताये कि गुरु की महत्ता पहले भी थी, आज भी है और कल भी रहेगा। आवश्यकता है अपनी महत्ता को बनाये रखने की। समाज में गुणों की कीमत है, जहां गुण है वहाँ सभी प्रकार की प्राप्ति है।

सभा को सेवानिवृत प्रधान पाठक संजीवन प्रसाद, श्रीराम सोन, गजानन्द गुप्ता, नारायण राम साहू ने भी सम्बोधित किया। नगर एवं क्षेत्र के 80 वरिस्ठ शिक्षक- शिक्षिकाओं का ईश्वरीय सौगात शाल, स्लोगन एवं ब्रह्माकुमारीज का लक्ष्य लक्ष्मी-नारायण समान जीवन बनाने का प्रतीक छाया चित्र भेट कर सम्मान किया। मंच का सफल संचालन ब्रह्माकुमार गणेश भाई द्वारा किया गया। अंत में सभी शिक्षकों नें मेडिटेशन कर अपने आप की अहम भूमिका को महसूस किया एवं एक दूसरे के प्रति शुभ भावना एवं शुभकामनाएँ रखते हुए मन के संकल्पो द्वारा सकारात्मक वातावरण निर्मित करते एक स्वच्छ एवं स्वस्थ समाज के निर्माण में हर एक ने अपनी महत्व को समझा। इस अवसर पर ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के सदस्य एवं शिक्षक वृन्द बहु संख्या में उपस्थित रहे।


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