गरियाबंद

राधाकृष्ण मंदिर में जन्माष्टमी पर विविध आयोजन
27-Aug-2024 7:58 PM
राधाकृष्ण मंदिर में जन्माष्टमी पर विविध आयोजन

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

नवापारा-राजिम, 27 अगस्त। नगर के हृदय स्थल गांधी चौक के पास स्थित सेठ चतुर्भुज भागीरथ अग्रवाल द्वारा नगर को समर्पित राधाकृष्ण मंदिर को जन्माष्टमी के पावन पर्व पर आकर्षक ढंग से सजाया गया था। बंदनवार, गुब्बारे, तोरण पताके एवं केले सेवफल से सजाएं गए थे।

भगवान राधाकृष्ण को बहुत ही खूबसूरत नए वस्त्र धारण कराए गए थे। प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी सालासर सुन्दरकाण्ड हनुमान चालीसा जनकल्याण समिति का संगीतमय भजनों का आयोजन रखा गया था जिसे सुनकर भक्तगण झूमने नाचने लगे, मंदिर प्रांगण में दर्शन करने एवं सालासर समिति का नाम सुनकर भजनों के आंनद लेने अपार भीड़ के कारण पैर रखने की जगह नहीं थी।

संस्थापक राजू काबरा ने जिसके घर में लड्डू गोपाल,ले ले बीमा श्याम नाम का, ओ मम्मी करदे तू तैयार, नेमी साहू ने संकट कटने वाला है, बाटो बधाई आई जन्माष्टमी आई, हल्ला हो गया,लड्डू बटे नगरिया, सुमित पंजवानी ने नटखट नटखट नंन्दकिशोर, गुलाब ने मीठी मीठी बंशी बाजे, कुमारी मोहिनी साहू ने जरा फूलों से सजा दो गोकुल को, डॉली निसाद ने सारी दुनिया में आनन्द छायो के अलावा अन्य भजनों की प्रसत्तुति दी ,भक्तगण बैठना ही भूल गए और हर भजनों में नाचने लगे, यहां तक मंदिर परिवार के मोहन लाल अग्रवाल का स्वास्थ्य ठीक नहीं होने के बाद भी झूम रहे थे।

गोपाल गिरधारी अग्रवाल तो हर भजन में झूम रहे थे एवं बार -बार कलाकारों का उत्साह बढ़ा रहे थे। तालिया बजाने लगे, जैसे ही घड़ी का कांटा 12 के पास पहुचने लगा स्वागतम कृष्णा से जग के पालनहार कृष्ण कन्हैया का स्वागत होने लगा और उसी समय अंधेरा छा गया एवं कुछ ही देर में मंदिर जगमगा उठा एवं मंद मंद मुस्कराते कान्हा ने जन्म लिया सबको दर्शन दिया। जिसने भी इस दृश्य को देखा अपने भाग्य की सराहना करने लगे।

तत्पश्चात भगवान को गंगाजल, पंचामृत से स्नान कराकर माखन मिश्री, पंजीरी का भोग लगाकर आरती की गई। इस ऐतिहासिक छन को हर कोई मोबाइल में कैद कर रहे थे। इसके बाद सभी भक्तों को भोग प्रसाद वितरण किया गया।आज की भीड़ से मंदिर प्रांगण भी छोटा पड़ गया। मंदिर ट्रस्टियों ने सभी भक्तों को जन्माष्टमी पर्व की बधाई देते हुए सबके लिए मंगलकामना की।


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