गरियाबंद

बीस बरस बाद भुंजिया परिवार के सदस्य का इलाज शुरू
05-May-2023 2:43 PM
बीस बरस बाद भुंजिया परिवार के सदस्य का इलाज शुरू

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 5 मई।
राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र भुंजिया परिवार की दयनीय दशा, गुरुवार 4 मई को प्रसारित हमारी इस खबर पर जिला प्रशासन तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा तत्काल संज्ञान लिया गया है। अब लगता है कि कोपेकसा पंचायत अंतर्गत सुखरी डबरी के महेश की जिंदगी में राहत के कुछ पल आयेंगे। आज स्वास्थ्य विभाग द्वारा महेश को उसके परिजनों के साथ जिला अस्पताल उपचार के लिये लाया गया है।

ज्ञात हो जिले के कोपेकसा पंचायत के आश्रित गांव सुखरी डबरी के महेश नेताम को पिछले बीस वर्षों से रस्सी में बांधकर रखा गया था। पिछले कई वर्षों से विशेष पिछड़ी अनुसूचित जनजाति के भुंजिया समुदाय के गरीब परिजन उसका समुचित इलाज कराने में असमर्थ थे। माना जा रहा था कि महेश मानसिक रोगी है। किन्तु आज जिला अस्पताल के डॉक्टरों की टीम ने महेश की प्रारंभिक जांच के बाद बताया कि महेश मानसिक रोगी नहीं है, बल्कि उसके दिमाग का पूरा विकास नहीं हो पाया है। 

डॉ राजेन्द्र बिनकर तथा बीएमओ डॉ बी बारा ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि महेश का सिर सामान्य व्यक्तियों की अपेक्षा छोटा है जिसकी वजह से उसका मानसिक विकास ठीक ढंग से नहीं पाया। इसके अलावा बचपन से उसे मिर्गी के झटके आते हैं। 

माँ की भी जांच 
खबर में महेश की माँ अघनी बाई के स्वास्थ्य के संबंध में भी लिखा था। डॉ बिनकर ने अघनी बाई की भी जांच की, और उसके उचित इलाज का भी आश्वसन दिया।


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