गरियाबंद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 8 फरवरी। शहर की मुख्य मार्गों में स्ट्रीट लाइट बंद होने के कारण शाम होते ही घनघोर अंधेरा छा जाता है। नगर पालिका प्रशासन की अनदेखी व निष्क्रियता के चलते यहां आए दिन हादसे हो रहे हैं। अंधेरी सडक़ों में आवारा मवेशियों का भी जमावड़ा बना रहता है। ऐसे में वाहन चालक हादसे का शिकार हो रहे हैं। रायपुर और गरियाबंद जिलों को जोडऩे वाली इस मार्ग में भी महीनों से स्ट्रीट लाइट बंद पड़ी है। इसका खामियाजा शहरवासियों और इस मार्ग पर चलने वाले वाहन चालकों को भुगताना पड़ रहा है।
आप नेता मोहन चक्रधारी ने कहा कि अंधेरे में सडक़ पर लाइट न होने के कारण कई बार दोपहिया वाहन चालकों को गड्ढे का अंदाजा नहीं होता। ऐसे में उनकी बाइक फिसलकर अनियंत्रित हो जाती है। मुख्य मार्ग होने की वजह से बड़ा हादसा होने की आशंका बनी रहती है। वहीं स्ट्रीट लाइट न जलने से सबसे ज्यादा परेशानी पैदल जा रहे लोगों को होती है। ज्ञात हो कि ग्राम कुर्रा से राजिम पुल तक सडक़ चौड़ीकरण का कार्य चल रहा है। इसके लिए नवापारा शहर के मुख्य मार्ग का चौड़ीकरण होना है, जिसके लिए दुकानों को हटाया गया है, वहीं पुराने बिजली पोल को उखाडक़र सडक़ के हिसाब से शिफ्ट किया गया है। इस पोल पर लाइट नहीं लगने के कारण शाम होते ही अंधेरा छाया रहता है। अभी राजिम माघी पुन्नी मेला का आयोजन हो रहा है, इसके लिए लगातार बाहर से श्रद्धालु एवं दर्शनार्थी पहुंच रहे हैं। ऐसा में खराब सडक़ों और रात में अंधेरा होने की वजह से हादसा होने की आशंका बनी रहती है।
आप नेता श्री चक्रधारी ने बताया कि लाईट व्यवस्था को ठीक करने कई बार जिम्मेदार अधिकारी से सम्पर्क किया, लेकिन उनके द्वारा व्यवस्था को लेकर टाल-मटोल दिया जाता है। इससे साफ है कि विद्युत विभाग और नगर पालिका प्रशासन के अलावा जिम्मेदार अधिकारी की लापरवाही कर रहे है। उन्हें जनता से कोई सरोकार नहीं है। क्योंकि अभी राजिम मेला का सबसे बड़ा आयोजन हो रहा है, लेकिन शहर का मुख्य मार्ग अंधेरे की चपेट में है।
अगर जल्द ही इसे दुरूस्त नहीं किया गया, तो आने वाले समय में उग्र प्रदर्शन किया जाएगा, जिसकी जवाबदारी प्रशासन की होगी।