गरियाबंद

रामायण प्रतियोगिता में शामिल हुए टिकेन्द्र
21-Jan-2023 8:21 PM
रामायण प्रतियोगिता में शामिल हुए टिकेन्द्र

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

नवापारा-राजिम, 21 जनवरी। छत्तीसगढ़ शासन के मार्गदर्शन में लगातार दूसरे वर्ष गांव से लेकर प्रदेश स्तर पर भव्य मानस सम्मेलन का आयोजन पूरे राज्य में आयोजित किया जा रहा है। इसी कड़ी में अभनपुर क्षेत्र के ग्राम सुदंरकेरा में विकासखण्ड मानस गान प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें अभनपुर क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले 81 मानस मंडलियों में 62 मंडलियों ने अपनी प्रस्तुति दी।

बताया गया कि प्रतियोगिता में प्रथम स्थान झांकी, द्वितीय स्थान पटेवा एवं तृतीय स्थान केन्द्री मानस मंडली रही। इस आयोजन से गांव एवं आसपास में राममय हो गया है।

कार्यक्रम में समपान अवसर पर अभनपुर जनपद के पूर्व सभापति टिकेन्द्र सिंह ठाकुर बतौर अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने मानस मंडलियों को स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया। अपने उद्बोधन में ग्रामवासियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि भगवान श्रीराम मर्यादा पुरुषोत्तम के नाम से जाने जाते है। रामायण का हमारे छत्तीसगढ़ में विशेष महत्व है। प्रदेश में भगवान राम के अनेक स्थानों पर चरण पड़े है जो अब राम वन गमन पथ बन रहे है और उन सभी जगहों को छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा पर्यटनपथ के तौर विकसित किया जा रहा है। भगवान राम का ननिहाल होने की वजह से छत्तीसगढ़ के लोग भगवान राम को भांचा राम के रूप में पूजते हैं। राम को भांजा मानने की परंपरा देशभर में और कहीं देखने को मिलती है।  श्री ठाकुर ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य की संस्कृति में रामायण मंडलियां एक विशेष स्थान रखती है। हमारे छत्तीसगढिय़ा मुख्यमंत्री ने इसी संस्कृति को बचाने के लिए ग्राम स्तर से प्रदेश स्तर पर रामायण प्रतियोगिता का आयोजन किया है,  जिससे आज प्रदेश भर में रामायण की महत्ता बढ़ रही है। इस आयोजन से न सिर्फ राममय वातावरण का संचार हो रहा है, बल्कि छत्तीसगढ़ की लोक-संस्कृति-परंपरा का प्रचार भी हो रहा है।


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