गरियाबंद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 23 अगस्त। पीएसी रेल बोर्ड, रेल मंत्रालय भारत सरकार की सदस्या श्रीमती विभा अवस्थी ने हाल में ही संपन्न रेल्वे बोर्ड की बैठक में राजिम, गरियाबंद, मैनपुर तथा देवभोग में रेल्वे टिकिट आरक्षण सेवा केंद्र प्रारंभ करवाने की मांग की है।
उन्होंने कहा की राजधानी से दूरी अधिक होने के कारण नागरिकों को तत्काल बुकिंग में कठिनाई होती है। केंद्र खुलने से राहत मिलेगी। मंगलवार को नई दिल्ली के रेल्वे भवन में रेल्वे बोर्ड को बैठक आयोजित थी। इसमें छत्तीसगढ़ से रेल्वे बोर्ड की सदस्य एवं भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश महामंत्री श्रीमती विभा अवस्थी ने क्षेत्र कि जन हित की प्रमुख मांगो की विस्तार से रखा। बैठक में रेल मंत्रालय क्क्रष्ट समिति के चेयरमैन पी.के कृष्ण दास, रेल्वे के उच्च अधिकारी और सभी सदस्य मौजूद थे।
बैठक में क्षेत्र की प्रमुख मांग रखते हुए श्रीमती अवस्थी सबसे पहले राजिम, गरियाबंद, मैनपुर, देवभोग में रेल्वे टिकिट आरक्षण सेवा केंद्र प्रारंभ करवाने की मांग रखी। उन्होनें बताया की गरियाबंद जिले से बड़ी संख्या में लोग रेल्वे के माध्यम से ही देश के विभिन्न राज्यों में आना जाना करते है, मुख्यालय से रेलवे राजधानी के स्टेशन से संबंधित स्थानों की दूरी काफी दूर है। गरियाबंद मुख्यालय से इसकी दूरी 90 किमी है। दूरी अधिक होने के कारण यहां के लोगों को ट्रेन में सफर/यात्रा करने के लिए काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। क्षेत्र के नागरिकों को तत्काल सुविधा प्रदान करने हेतु रेल आरक्षण सेवा केंद्र की सुविधा प्रारंभ कर उन्हें होने वाली परेशानी से बचाया जा सकता है।
इसके अलावा रेल्वे बोर्ड सदस्य अवस्थी ने रायपुर से राजिम मैनपुर गरियाबंद उड़ीसा बॉर्डर तक रेल लाइन का सर्वे कराकर रेल सुविधा प्रारंभ करने की मांग भी प्रमुखता से रखी। उन्होंने कहा की गरियाबंद जिला रायपुर राजधानी को ओडिशा से जोडऩे का एक मात्र सीधा मार्ग है। इस मार्ग में रायपुर से राजिम, गरियाबंद, मैनपुर से होते हुए उड़ीसा बॉर्डर तक रेल सुविधा प्रारंभ करने से व्यापारिक क्षेत्र में विकास की काफी संभावना हैं। इसका लाभ आम नागरिक, व्यापारी, किसानों सहित सभी वर्ग को मिलेगा। जिले की जनसंख्या बढऩे के साथ ही यहां व्यापार उद्योग विकास की संभावना भी बढ़ गई है। रेल की सुविधा प्रारंभ होने से गरियाबंद जिला भी आधुनिकता के साथ विकास की गति को प्राप्त करेगा।
श्रीमती अवस्थी ने अवगत कराया की वर्षो से गरियाबंद जिले को राजधानी रायपुर और ओडिशा बार्डर तक रेल लाइन जोडऩे की मांग लंबित है। कई बार सर्वे हो चुका है। ओडिशा के जूनागढ़ तक रेल लाइन आ चुकी है। जिले में राजिम तक छोटी रेल लाइन भी है। इसे आगे ओडिशा बार्डर तक जोड़ा जा सकता है।
इसके अलावा बैठक में जबलपुर से रायपुर नई ट्रेन इंटरसिटी प्रारंभ करने, महासमुंद में नेशनल हाइवे पर फ़्लाई ओवर निर्माण की भी मांग रखी। कोमाखान में क्लिक करके लोडिंग अनलोडिंग का मुद्दा भी गंभीरता से रखा। इसके अलावा महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के निरीक्षण के बाद जांच रिपोर्ट पेश की संबलपुर डिविजन, नागपुर डिविजन, रायपुर डिविजन, बिलासपुर डिविजन की यात्री सुविधा विषयों की लिपिबद्ध एवं मौखिक जानकारियां दी गई।
बैठक में श्रीमति अवस्थी ने छत्तीसगढ़ के यशस्वी नेतृत्वकर्ता केंद्रीय राज्य मंत्री श्रीमती रेणुका सिंह की मांग पर अंबिकापुर से देश की राजधानी दिल्ली तक नई ट्रेन चलाई जाने को लेकर भी छत्तीसगढ़वासियों की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं केंद्रीय रेल्वे मंत्री अश्वनी वैष्णव का धन्यवाद एवं आभार भी जताया।