गरियाबंद

लिपिकों की वेतन विसंगति दूर करने सौंपा ज्ञापन
08-Aug-2021 8:16 PM
लिपिकों की वेतन विसंगति दूर करने सौंपा ज्ञापन

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबन्द, 8 अगस्त।
कोरोना काल के लंबे अरसे के बाद लिपिकों की वेतन विसंगति दूर करने की मांग को लेकर  प्रांतीय निकाय के निर्देश में गरियाबंद प्रदेश लिपिक वर्गीय कर्मचारी संघ द्वारा शनिवार को संयुक्त जिला कार्यालय के सामने नारेबाजी कर प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल के नाम ऋषा ठाकुर संयुक्त कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। 

इस संबंध में कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष पन्नालाल देववंशी ने कहा कि छत्तीसगढ़ प्रदेश के लिपिकों का ग्रेड वेतन चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी से मात्र 100 अधिक है। लिपिकों द्वारा सम्मानजनक वेतनमान की मांग वर्षों से की जा रही है। 17 फरवरी 2019 को त्रिवेणी भवन बिलासपुर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा लिपिकों के महाधिवेशन में लिपिकों की पीड़ा को सुना और समझा एवं वेतन विसंगति दूर करने की घोषणा किया था। जिससे प्रदेशभर के लिपिकों में अपने सम्मानजनक वेतन मान प्राप्ति की आशा का संचार हुआ था । 

किंतु लगभग ढाई वर्षों पश्चात भी वेतनमान सुधार करने के संबंध में कोई औचित्य पूर्ण कार्यवाही परिलक्षित नहीं होने से लिपिकों में प्रदेश के कांग्रेस सरकार के प्रति असंतोष व्याप्त होते जा रहा है जिसके परिणति स्वरुप प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल को स्मरण कराने के संबंध में आज यह ज्ञापन सौंपा गया है। 

संरक्षक सुदामा ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लिपिकों के महाधिवेशन में कहा था कि हम जुमलेबाज नहीं है जो कहते हैं वही करते हैं । अत: पूरी उम्मीद है कि छत्तीसगढ़ सरकार यथाशीघ्र लिपिकों की मांग को पूरा करेगी। जिला सचिव बसंत मिश्रा ने कहा कि आने वाले समय में जल्द ही कोई निष्कर्ष नहीं निकलता है तो संघ आंदोलन के लिए तैयार है। 
ज्ञापन सौपे जाने के समय प्रमुख रुप से जिला सचिव बसंत मिश्रा, महिला जिला अध्यक्ष दुर्गा धु्रव, जिला उपाध्यक्ष चित्र सेन ध्रुव, रोहित तिवारी, राकेश शर्मा, विनीत डेविड, देवेंद्र वर्मा, सूरज बोरेकर, पंकज पाटिल, मिथलेश कृशानु, के सी साहू, राजेश्वर विप्रे, दयालू यादव, सतीश साहू, दीपयंती द्विवेदी, सुष्मिता उपाध्याय, अनुराधा साहू, पुन्नी साहू, प्रीति रामटेके, सत्या यादव, भगवती धीवर, संदीप साहू सहित सैकड़ों की संख्या में लिपिक कर्मचारी मौजूद रहे।
 


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