दुर्ग

चिकित्सीय देखभाल के विधिक पहलुओं पर लगी कार्यशाला
25-May-2025 5:50 PM
चिकित्सीय देखभाल के विधिक पहलुओं पर लगी कार्यशाला

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

दुर्ग, 25 मई। भारती विश्वविद्यालय के विधि संकाय द्वारा प्रौद्योगिकी के युग में स्वास्थ्य और चिकित्सीय देखभाल के विधिक पहलुओं पर पांच दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।

यह कार्यशाला विधिक विशेषज्ञों, शिक्षाविदों एवं छात्रों को एक साझा मंच प्रदान कर विधि, तकनीक और स्वस्थ प्रशासन के अंतरसंबंधों पर गहन जानकारी के लिए उपयोगी रही। कार्यशाला का उद्घाटन समारोह अधिष्ठाता (प्रभारी) डॉ. शोभा सिंह ठाकुर के स्वागत वक्तव्य एवं डॉ. निमिषा मिश्रा द्वारा परिचयात्मक व्याख्यान के साथ हुआ। कार्यशाला में प्रथम सत्र में फैज आयत अंसारी, सहायक प्रोफेसर द्वारा भारतीय संविधान में स्वास्थय अधिकार, प्रमुख स्वास्थ्य कानूनों एवं तकनीक के कारण हो रहे विधिक परिवर्तनों पर चर्चा की गई।

दूसरे सत्र में सुश्री श्रुति चतुर्वेदी, सहायक प्रोफेसर, यूपीई एस विश्वविद्यालय, देहरादून ने टेलीमेडिसिन में डाटा गोपनीयता, साइबर सुरक्षा जैसे नये विषयों पर प्रकाश डाला। तीसरा सत्र में सुश्री सुष्मिता प्रियदर्शिनी मिश्रा, सहायक प्रोफेसर, कलिंगा विश्वविद्यालय भुवनेश्वर ने आयुर्वेदिक चिकित्सा कानूनों व नीतियों पर व्याख्यान दिया। चतुर्थ सत्र में डॉ. चन्द्रिका तेवतिया  राज, साहायक प्रोफेसर, नवरचना विश्वविद्यालय बड़ोदरा ने अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थय कानून विश्व स्वस्थ्य संगठन के दिशा निर्देशों एवं मानवाधिकार मुद्दों पर विस्तृत जानकारी दी।

 

पांचवें सत्र में अधिवक्ता पूजा महाजन ने एआई आधारित स्वास्थ सेवाओं में समकालीन विधिक जटिलताओं पर विश्लेषण प्रस्तुत किया। 

सभी सत्रों में प्रश्नोत्तर सेशन आयोजित किए गए, जिनमें प्रतिभागियों सक्रिय भागीदारी निभाई। इस कार्यशाला में देश भर के छात्र और अधिवक्ताओं ने भाग लिया। कार्यशाला की समन्वयक सुश्री आस्था चतुर्वेदी थी। समापन समारोह में प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।


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