दुर्ग

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 29 अगस्त। दुर्ग जिले में डेंगू की आहट होते ही नवदृष्टि फाउंडेशन ने अपनी वर्षों पुरानी मांग दुहराते हुए दुर्ग कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे व सीएमएचओ डॉ गंभीर सिंह ठाकुर से मिल दुर्ग जिला चिकित्सालय में बरसों से बंद पड़ी अफ्रेसिस मशीन जल्द चालू करने या नया मशीन लगाने हेतु ज्ञापन सौंपा एवं दूसरी मांग में दुर्ग ब्लड बैंक में एलाइजा टेस्ट हेतु मौजूद स्टॉफ को जिम्मेदारी देते हुए रोटेशन सिस्टम लागू करने की मांग की।
ज्ञात हो की दुर्ग जिले में पिछले कुछ दिनों से डेंगू के मरीज मिल रहे हैं अत: सतर्क रहना अति आवश्यक है। नव दृष्टि फाउंडेशन के राज आढ़तिया ने जानकारी दी कि डेंगू के मरीज को प्लेटलेट्स कि आवयश्कता होती है जिसके लिए एक मरीज हेतु 6-7 यूनिट रक्तदान करना पड़ता है जबकि अफ्रेसिस मशीन होने पर यह एक व्यक्ति के रक्तदान से मैनेज हो जाता है इसके आलावा एक व्यक्ति तीन माह में एक बार रक्तदान कर सकता है जबकि प्लेटलेट्स हर 15 दिन में दिया जा सकता है
कुलवंत भाटिया ने कहा हमारी संस्था विगत 4वर्षों से अफ्रेसिस मशीन की मांग कर रही है किन्तु हर बार केवल आश्वासन मिलता है पर कोई ठोस कार्यवाही नहीं होती जिसका खामियाज़ा जिले कि जनता को उठाना पड़ता है व हमें अतिरिक्त रक्तदान कि व्यवस्था करनी पड़ती है
नव दृष्टि फाउंडेशन के राज आढ़तिया ,कुलवंत भाटिया,हरमन दुलाई ने ज्ञापन सौंपा। अनिल बल्लेवार, कुलवंत भाटिया,राज आढ़तिया,प्रवीण तिवारी,मुकेश आढ़तिया, हरमन दुलई, प्रभु दयाल उजाला, प्रमोद बाघ,किरण भंडारी, रितेश जैन,जितेंद्र हासवानी, सत्येंद्र राजपूत, पियूष मालवीय, मुकेश राठी, सूरज साहू संतोष राजपुरोहित,चेतन जैन, यतीन्द्र चावड़ा, नत्थू अग्रवाल, खुर्शीद अहमद, सुरेश जैन, आकाश मसीह, वीरेंद्र पाली, प्रफुल्ल जोशी, प्रसाद राव, दीपक बंसल ने तत्काल अफ्रेेसिस मशीन लगाने की मांग की है।