दुर्ग

सूखे पर किसानों का प्रदर्शन
24-Aug-2021 5:29 PM
सूखे पर किसानों का प्रदर्शन

अनियमित वर्षा से फसल खराब, किसान आक्रोशित

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 24 अगस्त।
अनियमित वर्षा के कारण फसल खराब होने से किसानआक्रोशित हंै। बिजली खाद एवं सूखे की स्थिति को लेकर दुर्ग तथा बालोद जिले के सैकड़ों किसानों ने छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन के नेतृत्व में प्रदर्शन किया। उन्होंने राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए भड़ास निकाली। किसानों प्रदेश को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग की। उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा।

किसानों ने बघेल सरकार को आड़े हाथों लेते हुए सिंचाई पंप होने के बावजूद फसल खराब होने के लिए सीधे सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि ऐसे समय में भी जब वर्षा समय पर पर्याप्त नहीं हुई है। सिंचाई पंपों की बिजली में रोज 6 घंटों की कटौती को बंद नहीं किया गया है। कई दिन तक बिजली की आपूर्ति बंद रहता है, यदि कभी बिजली मिलती भी है तब एक फेस में करंट नहीं रहता वोल्टेज भी कम रहती है, जिसके कारण पंप नहीं चल पाते। अनेक किसानों के पंप जल गए एवं बिजली के उपकरण भी खराब हो रहे हैं। अक्सर ब्रेकडाऊन की स्थिति बनी रहती है, समय पर सुधारने की सुध लेने वाला कोई नहीं रहता है। किसानों का कहना है कि अनियमित वर्षा के कारण अधिकांश किसान समय पर बोआई, रोपाई और बियासी नहीं कर सके हैं। 33 प्रतिशत से अधिक धान की फसल खराब हो गई है, जिसमें सुधार होने की कोई गुंजाईश नहीं रह गई है। किसानों का यह भी कहना है कि खाद की कमी का जो संकट इस साल किसानों को झेलना पड़ा है वैसा संकट पहले कभी नहीं देखा गया था।

किसान रैली के रूप में गांधी प्रतिमा से पैदल मार्च करते कलेक्टरेट पहुंचे, जहां डिप्टी कलेक्टर महिलांगे को मुख्यमंत्री के नाम मांगपत्र सौंपा। किसानों   ने सरकार से सिंचाई पंपों को 18 घंटे निरंतर उच्च गुणवत्ता की बिजली आपूर्ति की गारंटी देने, प्रदेश को सूखाग्रस्त घोषित करके आरबीसी 6-4 के अंतर्गत प्रभावित किसानों को आर्थिक सहायता देने एवं जरूरत के अनुसार खाद की आपूर्ति सुनिश्चित करने की मांग की है। इस दौरान प्रगतिशील किसान संगठन के राजकुमार गुप्त, आई के वर्मा, झबेन्द्र भूषण वैष्णव सहित सैकड़ों की संख्या में मौजूद थे।
 


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