दुर्ग

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 22 अगस्त। शुक्रवार 20 अगस्त को भी बड़ी संख्या में चिटफंड कंपनियों में निवेश करने वाले लोग आवेदन करने तहसील कार्यालयों में पहुंचे मगर अवकाश की वजह से कार्यालय बंद होने के कारण उन्हें मायूस लौटना पड़ा। अवकाश की सूचना 19 अगस्त के पहले नहीं देने पर निवेशकों ने रोष जताया।
गौरतलब है कि चिटफंड कंपनियों से धन वापसी के लिए आवेदन लेने सबसे पहले 6 अगस्त तक की तिथि निर्धारित की गई थी। निवेशकों की मांग के बाद इसे बढ़ाकर 10 अगस्त किया गया। आवेदन जमा करने निवेशकों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए पुन: धन वापसी के लिए आवेदन जमा करने की तिथि 20 अगस्त तक बढ़ाने की घोषणा की गई थी, मगर 20 अगस्त को अवकाश होने की वजह से आवेदन जमा नहीं लिए गए। वहीं निवेशक पूर्व में घोषित आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि के अनुसार 20 अगस्त को भी आवेदन जमा करने के लिए तहसील कार्यालय पहुंचे। दुर्ग तहसील कार्यालय में सुबह से ही आवेदन जमा करने के लिए निवेशक आते रहे मगर कार्यालय बंद होने की वजह से उन्हें उल्टे पांव वापस लौटना पड़ा। इस तरह निवेशकों का आने का क्रम दोपहर बाद तक भी जारी रहा। कार्यालय बंद होने के बावजूद दुर्ग तहसील कार्यालय में दर्जनों निवेशक घंटों बैठे रहे। इनमें शामिल आलबरस निवासी सुंदरलाल का कहना था कि 20 अगस्त तक आवेदन लेने की बात कही गई थी। जिसके अनुसार वे आज आवेदन करने पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि यदि इस दिन अवकाश था तो इसकी सूचना 19 अगस्त के पहले देना था। इसी तरह की बातें और बहुत से निवेशकों ने कही। 19 अगस्त के पहले 20 अगस्त को अवकाश होने की वजह से आवेदन जमा नहीं लिए जाएंगे इसकी सूचना नहीं दिए जाने पर बहुत से निवेशकों ने नाराजगी जाहिर करते हुए रोष व्यक्त की। उनका कहना था कि ऐसी स्थिति में बहुत से निवेशक धन वापसी के लिए आवेदन जमा करने से वंचित हो जाएंगे। जिससे चिटफंड कंपनियों में जमा उनके रकम उन्हें वापस नहीं मिल पाएगा। उन्होने आवेदन जमा लेने की तिथि बढ़ाए जाने की मांग की।
डिप्टी कलेक्टर जागेश्वर कौशल का कहना है कि सभी तहसील कार्यालय में इस संबंध में सूचना चस्पा कर दी गई थी। आगे आवेदन जमा किए जाने के संबंध में अभी तक शासन से कोई निर्देश नहीं मिला है। आज अवकाश होने की वजह से आवेदन जमा नहीं लिया गया।