धमतरी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरूद, 27 मार्च। छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के धमतरी जिलाध्यक्ष डॉ भूषण लाल चन्द्राकर, प्रदेश उपाध्यक्ष देवनाथ साहू,कोषाध्यक्ष शैलेंद्र पारीक, ब्लॉक अध्यक्ष दिनेश साहू ने प्रदेश में कोरोना से हो रहे शिक्षकों के असामयिक मौत से शासन के प्रति आक्रोश व्यक्त करते हुए शिक्षकों को शीघ्र वैक्सीन लगवाने की मांग उठाई है ।
छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के धमतरी जिला कोषाध्यक्ष आरडी साहू महामंत्री एनआर बघेल,रुखमनी रमन, लीला राम कुर्रे, संजय साहू, पंच कुमार ,शेखर साव ने बताया कि पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य एवं पुलिस विभाग के लोग घोषित रूप से कोरोना के फ्रंट लाइन वारियर थे, उन्हें प्राथमिकता क्रम में कोरोना का टीकाकरण किया गया। तत्पश्चात प्रशासन ने राजस्व, निगम सहित कई विभागीय कर्मचारियों का टीकाकरण कराया।यही नहीं स्वेच्छा से अथवा रसूखदार वर्गों के मांग पर जो केंद्र सरकार द्वारा पात्र की श्रेणी में नहीं आते थे उनका भी टीकाकरण कराया। लेकिन प्रतिदिन सैकड़ों छात्रों से संपर्क में रहने वाले शिक्षकों को इसके योग्य नहीं समझा गया। जबकि हमने बार-बार इस संबंध में राज्य सरकार से गुहार लगाई है । यही नहीं स्कूलों को बंद रखने के कड़े निर्देश के बाद भी अनैतिक रूप से मोहल्ला क्लास संचालित कराए जा रहे हैं जिसके लिए कोई लिखित निर्देश जारी नहीं है । शिक्षकों को धमका कर यह कार्य कराए जा रहे हैं। वर्तमान में संस्था में कोई कार्य नहीं होने के बावजूद शिक्षकों को जबरन स्कूल भेजा जा रहा है । यह निर्णय निश्चित रूप से शिक्षकों के प्रति यह दोयम दर्जे का व्यवहार का परिचायक है। जिससे इस संवर्ग के मनोबल एवं कार्य दक्षता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने जनप्रतिनिधियों एवं कलेक्टर से आग्रह किया है कि सर्वप्रथम शिक्षकों का टीकाकरण हो,उन्हें कोरोना वारियर घोषित करते हुए 50 लाख बीमा की परिधि में लाया जावे। कार्यस्थल पर न्यूनतम जोखिम हेतू आवश्यक संसाधनों की पूर्ति हो ।जब सभी स्थानीय परीक्षा के परीक्षार्थी को कक्षोन्नति के आदेश हो गए हैं तब मोहल्ला क्लास को हतोत्साहित किया जाए, अन्यथा कभी भी और कहीं भी कोरोना की विस्फोटक स्थिति निर्मित हो सकती है। आवश्यक होने पर ही शिक्षकों को विद्यालय जाने का निर्देश दिया जाए।