धमतरी
कई ट्रक फंसे, प्रशासन की अनदेखी से मिलर्स परेशान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरुद, 9 अगस्त। धान भंडारण केन्द्र भाठागांव में व्याप्त अव्यवस्था के चलते शासन द्वारा समर्थन मूल्य पर खरीदा गया धान बर्बादी की कगार तक पहुँच गया है। मिलर्स धान उठाने को तैयार हैं लेकिन फड़ तक जाने वाले रास्ते में किचड़ और दलदल होने से ट्रक फंस रहे हैं। समस्या सुलझाने की मांग के बावजूद अधिकारी चैन की बंशी बजा रहे हैं। लेकिन बारिश में सरकारी धान खराब होता जा रहा है।
गौरतलब है कि कुरुद क्षेत्र की सोसाइटियों से खरीदे गए धान का भंडारण यहां से कुछ किलोमीटर की दूरी पर स्थित भाठागांव भंडारण केन्द्र में किया जाता है। इस वर्ष भी हजारों क्विंटल सरकारी धान रखा गया। लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों ने अदूरदर्शिता का परिचय देते हुए फड क्रमांक दो में ऐसी जगह धान रखा है, जहाँ तक बरसात में गाड़ी पहुंचना असंभव है। एक तरफ प्रशासन मिलर्स पर धान उठाव के लिए दबाव डाल रहा है। लेकिन फड के रास्ते की समस्या सुलझाने में रुचि नहीं ले रहा है। अब तक धान उठाने गये कई ट्रक फंस चुके है। जिसे क्रेन एवं जेसीबी की मदद से बाहर निकलवाना पडा़। पिछले सप्ताह मिल संचालकों ने धमतरी जिला विपणन अधिकारी को मौके पर बुलाकर वस्तुस्थिति से अवगत कराया था। लेकिन अब तक कोई सुधार नहीं हुआ स्थिति जस की तस बनी हुई है। इस बारे में कुरूद राइस मिल एसोसिएशन के संरक्षक अनिल चंद्राकर ने बताया कि बारिश के कारण धान की गुणवत्ता दिन-प्रतिदिन खराब होती जा रही है। फड के रास्ते में भारी दलदल की वजह से गाडिय़ां फंस रही है। जिसके चलते धान का उठाव नहीं हो पा रहा है। रास्ते का इंतजाम नहीं हुआ तो धान का उठाव दीपावली के बाद ही हो पाएगा।
एसोसिएशन अध्यक्ष हितेन्द्र केला ने बताया कि कुछ समय पूर्व मार्कफेड द्वारा रास्ते का मरम्मत करवाया गया था, लेकिन बारिश के चलते वह भी ध्वस्त हो गया है। दलदल की समस्या अत्यंत गंभीर बन चुकी है। जब तक रास्तों का स्थायी निर्माण नहीं होता, तब तक धान का उठाव संभव नहीं है। उन्होंने यह भी बताया कि रख-रखाव के अभाव में धान की क्वालिटी बहुत खराब हो चुकी है। इसके बावजूद अधिकारियों द्वारा मिलर्स पर धान उठाव का दबाव बनाया जा रहा है, जो कि पूर्णत: अनुचित है। प्रशासन को चाहिए कि एफ.सी.आई.के माध्यम से तत्काल निरीक्षण करवाया जाए, और केवल अच्छी गुणवत्ता वाला धान ही मिलर्स को आवंटित किया जाए, जिससे हम चांवल तैयार कर उसे एफसीआई और नागरिक आपूर्ति निगम को समय पर दे सकें।।


