धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरुद, 10 जून। तेजी से विकसित हो रहे कुरुद में यातायात व्यवस्था एवं नगर की खूबसूरती में बट्टा लगा रहे अतिक्रमण को हटाने का जोखिम भरा काम कर रही नगर पंचायत की टीम को अब विरोध का सामना करना पड़ रहा है। पिछले तीन दिनों से जारी बेजा कब्जा हटाओ अभियान में जेसीबी के अनाप-शनाप इस्तेमाल और कर्मचारियों के व्यवहार से दुखी व्यापारियों ने तगड़ा विरोध दर्ज कराया। इसके बाद आज नया बाजार में शालीनता से सब्जी मार्केट को व्यवस्थित किया जा रहा है।
गौरतलब है कि विगत वर्षों में तेजी से पनपे अतिक्रमण के चलते नगर में टै्रफिक की समस्या उत्पन्न होने लगी थी। सडक़ किनारे कई व्यवसायी दुकान से बाहर सडक़ पर धंधा जमाने लगे थे। जिससे यहां की सार्वजनिक व्यवस्था प्रभावित होने लगी थी। हमने बनाया है हम ही संवारेंगे की भावना से काम कर रही ज्योति भानु चन्द्राकर की अगुवाई वाली परिषद ने नगर को अतिक्रमण से मुक्त करने का फैसला लिया। इसके लिए सबसे पहले व्यापार जगत की बैठक लेकर मोर कुरुद को संवारने के लिए आगे आने का निवेदन किया।
शनिवार को नगर पंचायत ने टाउन एरिया के सार्वजनिक स्थलों से लेकर शराब भ_ी के अवैध खोमचे ठेलों को हटाया, जिससे सडक़ें और फुटपाथ खाली हो गए। सोमवार को नया बाज़ार में हुए बेजा कब्जा हटाया गया, जिसमें जेसीबी की बेदर्दी और लठैत नुमा कर्मियों के व्यवहार से व्यापारी वर्ग आहत हुआ।
आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष विनोद सचदेवा ने अतिक्रमण हटाने की इस कार्रवाई को एकतरफा और भेदभाव पूर्ण करार देते हुए छोटे दुकानदारों के बोर्ड हटाने की जगह कारगिल चौक में बीच सडक़ पर लगे नेता जी के फ्लैक्स हटवाने की चुनौती दी। कुछ और लोगों ने भी अलग-अलग कारण गिनाते हुए कार्रवाई का विरोध जताया।
मंगलवार को छोटे दुकानदारों के समर्थन में उतरे व्यापारी संघ अध्यक्ष योगेन्द्र सिन्हा ने नगर पंचायत जाकर जिम्मेदार पदाधिकारियों से चर्चा कर आवेदन पर सुनवाई नहीं होने, बगैर अल्टीमेटम के जेसीबी चलाने और तोडू़ दस्ता की दादागिरी के खिलाफ आवाज बुलंद की।
सीएमओ महेन्द्र गुप्ता ने कहा कि बेजा कब्जा हटाने के पूर्व संबंधित पक्ष को नोटिस और सार्वजनिक सूचना दी गई थी। जेसीबी के अनाप-शनाप इस्तेमाल एवं कर्मचारियों के दुव्र्यवहार संबंधी शिकायत को दूर करने का भरोसा दिलाते हुए नपं टीम ने सब्जी मंडी को व्यवस्थित करने की कार्रवाई पूरी की।
सीएमओ ने कहा कि नगरहित को प्राथमिकता देते हुए परिषद के निर्णय का पालन किया जा रहा है। उन्होंने भेदभाव बरतने की शिकायत का खंडन करते हुए आगे भी नगर में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई जारी रखने की बात कही।
यहाँ पर यह बताना लाजमी होगा कि वर्षों से ढंके छिपे सार्वजनिक स्थल और चौड़ी सडक़ें पिछले तीन दिनों की कार्रवाई से उजागर हुई और रास्तों में आवागमन आसान हुआ है। इस बदलाव का भी नगरिकों के बड़े वर्ग ने स्वागत किया है।


