धमतरी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरुद, 13 अप्रैल। तुलसीदास रचित रामायण से राम काज किन्हें बिन मोहि कहां विश्रामा जैसे पंक्तियों उद्धत करते हुए विधायक अजय चन्द्राकर ने मानस की ऐसी व्याख्या सुनाई कि सामने बैठी जनता और मंच पर रामायण पाठ कर रही मंडली हतप्रभ रह गई। मानस की गहरी समझ रखने वाले विधायक ने धर्मग्रंथों में लिखी बातों को जीवन में आत्मशात करने की सरल विधि बताते हुए सभी को हनुमान जयंती की बधाई दी।
हनुमान जयंती के दिन अपने निर्वाचन क्षेत्र के ग्राम धूमा में आयोजित मानसगान प्रतियोगिता के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने मानस के विभिन्न प्रसंगों पर चर्चा करते हुए कहा कि हनुमानजी का एक प्रसंग है राम काज किन्हें बिन मोहि कहां विश्रामा, जब हनुमानजी बिना रामकाज के विश्राम नहीं कर सकते तो हमें भी चाहिए कि उनके विचारों को अनुकरण कर रामकाज में लग जाए, रामकाज के कई रूप हो सकते हैं। जीव के प्रति दया, प्रेम, करुणा, सेवा-समर्पण, सदभावना से ही जगत कल्याण संभव है। तभी तो नर सेवा को नारायण सेवा माना गया है।
उन्होंने अतीत में गोता लगाते हुए बताया कि 500 साल मुगलों के शासन में सनातनियों को पूजा-पाठ करना, चोटी रखना, धोती, वतकल वस्त्र पहनने में पाबंदियां थी। जिसे गोस्वामी तुलसीदास के विचारों से निजात मिली, रामायण ने सनातनियों के विचारों में परिवर्तन लाकर चेतना जगाने का काम किया। पहले हनुमान जयंती बहुत कम जगह पर मनाई जाती थी, लेकिन आज सभी जगह धूमधाम से जयंती मनाई जा रही है।
उन्होंने मानस के एक दूसरे प्रसंग के हवाले से कहा कि राजपाट और संपत्ति का मोह त्याग कर प्रभु श्रीराम ने 14 वर्ष तक वनवास किया। त्याग और समर्पण की यह भावना मानव में आ जाए तभी जीवन का सही अर्थ साबित होगा।
कार्यक्रम में जिपं उपाध्यक्ष गौकरण साहू, मंडल अध्यक्ष लोकेश साहू, सरपंच विद्य्या साहू, त्रिलोचन साहू, रूपचंद देवांगन,अनुराग साहू, देवेंद्र साहू, थानेश्वर तारक, ओमप्रकाश साहू, खेमराज साहू, विजय रात्रे, जयमित्र साहू, विमला-नकुल, धनीराम, रामेश्वर,चमन, केवल, दिलीप, ओंकार, हेमलाल, मोहन, छतराम, राजकुमार, पीके भास्कर, दिनेश, गेंदलाल, रामप्यारे, ललतू, बहुर, रामजी साहू, दीनदयाल, डेरहा, उमेश, परदेसी, टेकचंद, चैंपेश्वर आदि शामिल थे।
इसी तरह कुरुद भाजपा मंडल अध्यक्ष कृष्णकांत साहू ने हनुमान जन्मोत्सव पर सिधौरीकला में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत की। उन्होंने क्षेत्रवासियों को हनुमान जयंती की बधाई देते हुए रामायण से जुड़ी बातें बताई। इस मौके पर थानूराम साहू, प्रेमचंद, दुलार सिंह, जनक साहू, भीखम यादव, कन्हैया,रोशन साहू, भूपेंद्र ध्रुव छबिराम, चमन, ईश्वर, चूरामन, पदमन, मनीराम, नरायण, राजेंद्र, खूबलाल,भारत, प्रदीप साहू, ईश्वर निषाद आदि उपस्थित थे।