धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरुद, 31 मार्च। रमजान में मुस्लिम भाईयों ने पूरी पाबंदी के साथ रोजे और नमाज़ के साथ यह महिना गुजारा। घर के बड़े लोगों को देख छोटे बच्चों ने भी रब की रजा के लिए पुरे आधे और किसी ने थोड़े रोजे रखे। ईद में घर वालो ने बच्चों को नये कपड़े सहित कई तरह के तोहफे देकर उनका हौसला बढ़ाया।
ज्ञात हो कि इस बार 2 मार्च से रमजान के रोजे प्रारंभ हुए थे। जिसमें बच्चे, जवान एवं बुजुर्ग मोमीनो ने रोजे और नमाज़ अदा की। गर्मी सीजन के बाद भी नन्हें मुन्ने बच्चों ने भी भूख-प्यास की परवाह किये बगैर रोजे रखकर इस्लामिक फर्ज पूरा किया।
कुरुद की रहमत- पिता शेख ग्याशुद्दीन, आयत फ़ातिमा-सलीम गोरी, आईज़ा निगार-इमरान बेग, आक्सां,असफिया-अमीन हलारी, रीदा बानो-वाजिद अली, अशफी नूरी-शरफराज शेख, आलिजा-रिज़वान हालारी, आफिय़ा-वसीम हालारी ने रमजान महीने में रोजे रखें।
इसी तरह स्टार परिवार नगरी के जैनब फ़ातिमा-नोमान रज़ा, इरफ़ान रज़ा, मो.खूबैब-सलमान रज़ा ने भी रोजे और नमाज़ की इबादत करते हुए रमजान का मुबारक महिना गुजारा। बच्चों के दादा शेख युनूस, हाजी सुलेमान हलारी, सलाम निर्बाण ने बताया कि बच्चों के बाल मन पर घर के माहौल का गहरा प्रभाव पड़ता है। अपने से बड़े लोगों को रोजा नमाज़ पढ़ते देख बच्चों के मन में भी इबादत का जज्बा पैदा होता है। हम बड़ों का भी फर्ज है कि ऐसे मासूम बच्चों का हौसला अफज़़ाई करते रहे।