धमतरी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरुद, 20 फरवरी। अपने स्थापना काल से कई तरह की समस्या से जुझ रहा कुरुद का प्रिय दर्शनीय इंदिरा गाँधी यात्री प्रतिक्षालय कबाड़ में तब्दील होने लगा है। दो दशक पहले इसका लोकार्पण करने पहुंचे तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह ने इसकी भव्यता और खुबसूरती देख इसे नगर के एयरपोर्ट की संज्ञा दी थी। लेकिन आजकल यह बिल्डिंग मटेरियल एवं कचरा डंपिंग के काम आ रही है।
ज्ञात हो कि क्षेत्रीय विधायक अजय चन्द्राकर के प्रथम मंत्रित्वकाल एवं नपं अध्यक्ष निरंजन सिन्हा की देखरेख में बन कर तैयार प्रियदर्शनीय इंदिरा गाँधी यात्री प्रतिक्षालय का लोकार्पण करने अपने सहयोगी मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, अजय चन्द्राकर, अमर अग्रवाल को लेकर कुरुद आए तब के सीएम रमन सिंह ने बस स्टैंड की तारीफ की थी। कुछ समय तो ठीक चला, फिर यहीं पास में शराब भठ्ठी खुल गई। तो लड़ाई झगड़े और महिला सुरक्षा के सवाल खड़े होने लगे।
जन दबाव में आकर शराब दुकान हटाई गई तो, बसों का आना-जाना बंद हो गया। बस स्टैंड में चहल-पहल घटने से आसपास की दुकानें विरान होने लगी। जागरूक नागरिकों एवं मिडिया ने इस ओर जिम्मेदार लोगों का कई बार ध्यान आकर्षित कराया। लेकिन यात्री वाहनें भीतर बस स्टाप में आने की बजाय हाइवे पर ही सवारी बैठाने और उतारने का काम करती रही। जिससे कई हादसे भी हुए, लेकिन किसी को कोई फर्क नहीं पड़ा।
सरकारी खजाने से बड़ी राशि खर्च कर तैयार बस स्टैंड को फिर से आबाद करने के लिए किसी भी नेता, अधिकारी ने गंभीरता नहीं दिखाई। नतिजन कुरुद का बस कभी मैरिज हाल तो कभी सियासी कामों के लिए उपयोग होने लगा। महंगे दाम पर नगर पंचायत से आस पास की दुकान खरीदकर पछता रहे लोगों ने अपना धंधा बंद कर दिया है। कुछ ने अपनी दुकानें किराये पर दे दी है। जहाँ शाम में मांस मदिरा के शौकीन जुटते हैं। खाली पड़ा यात्री प्रतिक्षालय भवन असामाजिक तत्वों का डेरा बन गया है। बाहर परिसर में कुछ बिल्डिंग मटैरियल सप्लायर रेत गिट्टी डंप करने लगे हैं।
चबूतरे में बैठ जाम से जाम टकराने वाले मंदू भाई खाली शीशी, डिस्पोजल गिलास, पानी पाउच और चिप्स की पैकेट छोडक़र कचरा संग्रहण में अतुलनीय योगदान करते ही रहते हैं।
आम आदमी पार्टी से अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ चुके विनोद सचदेवा ने सोशल मीडिया में पोस्ट कर नगर में चुनी गई ट्रिपल इंजन की सरकार से उम्मीद लगाई है कि अब जनता से किए गए वायदों को पूरा कर बस स्टैंड का उद्धार करने की दिशा में ठोस पहल करें।