धमतरी

जिला पंचायत की 2 सीटों पर कांटे की टक्कर
19-Feb-2025 7:17 PM
जिला पंचायत की 2 सीटों पर कांटे की टक्कर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

कुरुद, 19 फरवरी। धमतरी जिला के कुछ क्षेत्र में हुए पंचायत चुनाव के परिणामों से और अधिक उत्साहित सत्तापक्ष कुरुद क्षेत्र के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में भगवा लहराने के लिए बेताब है। जबकि विपक्षी उम्मीदवार पार्टी की रीति-नीति और अपने व्यक्तिगत परफॉरमेंस की बदौलत जनता से आशीर्वाद और जीत की उम्मीद बांधे हुए है।

इस बार यहां जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 4 और 3 में सभी की निगाहें लगी हुई है। इन दोनों सीटों को लेकर सट्टा बाजार गर्म है।

गौरतलब है कि कुरुद विधानसभा अंतर्गत पंचायत चुनाव के प्रथम चरण में 17 फरवरी को मगरलोड ब्लॉक के 19 ग्राम पंचायत, 9 जनपद क्षेत्र एवं 1 जिला पंचायत क्षेत्र में हुए चुनाव में भाजपा के पाले से 13 सरपंच 7 जनपद और 1 जिला पंचायत सदस्य निर्वाचित हुए हैं। अब 20 फरवरी को कुरुद ब्लॉक की 108 ग्राम पंचायतों में से 103 पर पंच, सरपंच पद, 25 जनपद एवं 4 जिला पंचायत सदस्यों के लिए मतदान होना है।

जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 1 में परमेश्वरी साहू और पूजा सिन्हा, 2 में अनसुईया रात्रे और कुलेश्वरी गायकवाड़ के बीच ही सीधा मुकाबला हो रहा है।

 जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 3 में इस बार भाजपा ने रामबाण का इस्तेमाल करते हुए अपने भरोसेमंद और काबिल जिला उपाध्यक्ष गौकरण साहू को मैदान में उतार कांग्रेस को कड़ी चुनौती दी है। कांग्रेस ने ग्राम पंचायत गोबरा के पूर्व सरपंच लोकेश्वर साहू को यह सीट बचाने की जिम्मेदारी दी है।

वर्तमान में सबसे चर्चित  क्षेत्र क्रमांक 4 है। जहाँ से प्रदेश कांग्रेस सचिव एवं विधानसभा चुनाव लड़ चुकी जिला पंचायत सभापति तारणी चन्द्राकर के पति पूर्व मंडी अध्यक्ष नीलम चन्द्राकर लड़ रहे हैं।

ज्ञात हो कि नीलम एक बार मगरलोड ब्लॉक और एक बार इसी सीट से लडक़र जीत हासिल कर चुके हैं। पिछले चुनाव में उनकी पत्नी इसी क्षेत्र से जीतकर जिला पंचायत सभापति बनी थीं। एक दशक से पति-पत्नी के कब्जे में रही 27 पंचायतों वाली इस सीट पर कब्जा बरकरार रखने चन्द्राकर दंपति ने पूरी ताकत झोंक दी है।

हालांकि विधायक अजय चन्द्राकर के दिशा निर्देशों पर अमल करते हुए भाजपा के रणनीतिकारों इस बार तगड़ी घेराबंदी करते हुए सामान्य वर्ग के प्रत्याशी जिला मंत्री त्रिलोकचंद जैन को मैदान में उतारा है।

इस चुनाव में यह सीट दोनों ही प्रमुख दल के लिए प्रतिष्ठा की बात बन गई है। एक तरफ सत्ता की ताकत, दमदार विधायक और साधन संसाधन से लैस कार्यकर्ताओं की फौज का मुकाबला जिला पंचायत चुनाव में तीन बार से अपराजित कांग्रेस के दबंग नेता नीलम चन्द्राकर कर रहे हैं।


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