धमतरी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरुद, 28 जनवरी। गणतंत्र दिवस के दिन राजधानी रायपुर में कुरुद कन्हारपुरी निवासी उप निरीक्षक शिशुपाल सिन्हा को राज्यपाल ने भारत सरकार के राष्टपति पुलिस वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया। अपने गृह ग्राम पहुंचने पर ग्रामीणों ने उनका बाजे-गाजे के साथ भव्य स्वागत किया ।
26 जनवरी गणतंत्र दिवस के अवसर पर पुलिस परेड ग्राउंड रायपुर में इस वर्ष का राष्ट्रपति पुलिस वीरता पुरस्कार शिशुपाल सिन्हा वर्तमान थाना प्रभारी पुरूर को उनके अदम्य साहस के लिए प्रदान किया गया। यह पुरस्कार छ.ग. के महामहिम राज्यपाल द्वारा प्रदान किया गया। पदक प्राप्ति के पश्चात अपने गृहग्राम कन्हारपुरी पहुंचने पर उनका भव्य स्वागत किया गया।
इस मौके पर शिशुपाल सिन्हा ने बताया कि 17 साल बस्तर के घने जंगलों के विभिन्न क्षेत्रों में सेवा की है। इस बीच उनका कई बार नक्सलियों से आमने-सामने मुठभेड़ भी हुई।
उन्होंने समाज में बढ़ते नशापान पर चिन्ता जाहिर करते हुए कहा कि आज का युवा नशे के गिरफ्त में जा रहे हैं, जिससे सडक़ दुर्घटना, अपराध,असामाजिक कृत्य बढते जा रहें है। इसमें रोक लगाने पालकों और शिक्षकों को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी।
पूर्व सैनिक चन्द्रहास सिन्हा ने बताया कि शिशुपाल का जन्म कन्हारपुरी में हुआ। प्रारंभिक एवं उच्च शिक्षा देवरी व कुरुद में हुई। पहले सशस्त्र बल फिर राज्य पुलिस में सिपाही के पद पर चयनित होने के बाद उनकी पोस्टिंग नारायणपुर में हुई। तब से 17 वर्ष तक नक्सली क्षेत्र में गुजारा। वहीं से परीक्षा देकर एसआई बने। वीरता पुरस्कार के बारे उन्होंने बताया कि जून 2021 को प्रतिबंधित माओवादी संगठन कांगेर घाटी एरिया कमेटी एवं कटे कल्याण एरिया कमेटी के हथियारबंद वर्दीधारी माओवादियों के एलेंगनार के जंगल में हुई मुठभेड़ में अपने साहस का परिचय देकर 1 पुरूष नक्सली का शव, 1 नग 303 रायफल, 1 नग देशी कट्टा, 303 रायफल के 4 जिंदा राउंड, 81 नग डेटोनेटर 7 मीटर सेफ्टी फ्यूज और अन्य नक्सल सामग्री सहित दैनिक उपयोग की वस्तुएं बरामद करने में सफलता पाई थी।
इस ऑपरेशन में टीमों का नेतृत्व करने वाले उप निरीक्षक शिशुपाल सिन्हा को भारत सरकार ने राष्टपति पुलिस वीरता पुरस्कार के लिए चयन किया गया है।