धमतरी

शालेय बच्चों ने राष्ट्रीय गीत का सामूहिक गायन किया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नगरी, 25 जनवरी। वंदे मातरम गीत ने भारतीयों को एक नई दिशा, प्रेरणा दी। स्वतंत्रता संग्राम का महान उद्देश्य दिया। मातृभूमि को सुजलाम- सुफलाम बनाने के लिए प्रेरित किया। ‘वंदे- मातरम’, इन दो शब्दों में देश को आत्मसम्मान दिया और देश प्रेम की सीख दी।
उक्त उद्गार विद्यालय प्रबंधन एवं विकास समिति शासकीय प्राथमिक शाला दलदली अ के अध्यक्ष किसून राम ध्रुव ने वंदे मातरम दिवस के अवसर पर शाला परिसर में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी महात्मा गांधी एवं नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा अनावरण समारोह के दौरान कही।
शालेय शिक्षक राजकुमार शील ने कहा कि यह गीत स्वतंत्रता संग्राम के दौरान सेनानियों को प्रेरित करता रहा है. साथ ही इसका गायन भारत के लोगों को स्वतंत्रता के लिए अपने पूर्वजों के बलिदानकी याद दिलाता है। इसे बच्चों के स्मृति पटल पर जीवित रखने हेतु हमने दोनों महापुरुषों की प्रतिमा स्थापित की है। इस अवसर पर शालेय बच्चों द्वारा राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम का सामूहिक गायन किया गया। कार्यक्रम का संचालन प्रधान पाठक सूर्यनारायण राव ने किया।