धमतरी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 3 अक्टूबर। जिले में घटते हुए भूजल स्तर को ध्यान में रखकर जल एवं पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से बीते फरवरी से जल जगार महोत्सव मनाया जा रहा है। इसमें नारी शक्ति से जल शक्ति अभियान के तहत जिले के नगरीय निकायों, ग्रामों में अनेक कार्यक्रम आयोजित किए गए। इन कार्यक्रमों में ना केवल जिला प्रशासन के अधिकारी, कर्मचारियों से हिस्सा लिया, बल्कि स्थानीय लोग, जनप्रतिनिधि, सामाजिक और स्वैच्छिक संगठन, स्व सहायता समूह और ग्रीन आर्मी की महिलाएं, स्कूल कॉलेज के विद्यार्थियों ने भी बढ़-चढक़र हिस्सा लिया। कार्यक्रमों में जिला प्रशासन के अलावा केन्द्र और अन्य राज्यों से आए विशेषज्ञों ने पानी के बचाव, वर्षा जल संचयन के लिए रैन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाने, रूफ टॉप स्ट्रक्चर इत्यादि के बारे में लोगों को जानकारी दिया।
ग्रामीणों ने भी स्वप्रेरणा से फसल चक्र परिवर्तन अपनाने की शपथ ली। इसमें लोग जुड़ते गए और कारवां बनता गया। एक ओर जहां जिले के उद्योगों सहित अन्य शासकीय एवं निजी भवनों में रैन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, रूफटॉप स्ट्रक्चर निर्मित किए गए, वहीं विशेष पिछड़ी जनजाति के लोग भी इससे अछूते नहीं रहे। जिले के वनांचल नगरी और मगरलोड के कमार बसाहटों में भी लोग पानी को बचाने के लिए अपने घर से लगे जमीन और खेतों में तालाब, डाईक इत्यादि संरचनाएं तैयार किए, ताकि पानी की कमी ना हो और वर्षा जल के संचयन के साथ ही रोजगार के अवसर भी मिल सके। इन जल संरचनाओं के जरिए वे मछली पालन, खेती इत्यादि व्यवसाय भी कर रहे हैं।
5 व 6 अक्टूबर को मनाया जाएगा जल उत्सव
आगामी 5 एवं 6 अक्टूबर को रविशंकर जलाशय गंगरेल बांध में वृहद स्तर पर आयोजित होने वाले जल जगार महोत्सव के संबंध में कलेक्टर नम्रता गांधी और पुलिस अधीक्षक आंजनेय वाष्र्णेय ने प्रेस प्रतिनिधियों की बैठक ली। कलेक्टर ने जल जगार महोत्सव में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए बताया कि 5 अक्टूबर को जल ओलंपिक, कार्निवाल, जल सभा, नवरात्रि मेला, रुद्राभिषेक, आसमान से कहानी, इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस ऑन वाटर, प्रदर्शनी एवं सामुदायिक खेल, मैराथन एवं जल ओलंपिक होगा। साथ ही आरू साहू और गरिमा दिवाकर तथा स्वर्णा दिवाकर द्वारा प्रस्तुति दी जाएगी। 6 अक्टूबर को गंगरेल ट्रेल रन, ड्रोन शो, नवरात्रि मेला और कार्निवाल, सांस्कृतिक संध्यान, कबाड़ से जुगाड़ इत्यादि कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इसके साथ ही इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय की बहुरूपिया प्रस्तुति और अनुज शर्मा शो सहित अन्य सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जाएंगी।
नवरात्रि और कार्निवाल का आयोजन एक समुदाय को एक जगह एकत्रित करने के उद्देश्य से किया जा रहा है। इसके साथ जिले की 108 जल संरचनाओं से पानी एकत्रित कर रुद्राभिषेक किया जाएगा, ताकि नदी का पानी फिर से नदी में ही मिल जाए।
सुरक्षा, पार्किंग, मेडिकल की व्यवस्था
पुलिस अधीक्षक आंजनेय वाष्र्णेय ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा, पार्किंग व्यवस्था, रूट-चार्ट और मेडिकल टीम की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वाटर स्पोर्ट्स के दौरान तैराकों की भी व्यवस्था की गई है। बैठक में अधिकारी द्वय ने इस जल जगार महोत्सव में सभी के भरपूर सहयोग की अपेक्षा की है।
इस मौके पर सीईओ जिला पंचायत रोमा श्रीवास्तव, अपर कलेक्टर जीआर मरकाम, एसडीएम धमतरी विभोर अग्रवाल प्रेस प्रतिनिधि उपस्थित थे।