दन्तेवाड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 3 नवंबर। दंतेवाड़ा जिले में बस्तर ओलम्पिक के विकासखंड स्तरीय खेल प्रतियोगिताओं का भव्य उद्घाटन सोमवार को दंतेवाड़ा के बालूद, भांसी एवं गीदम के जावंगा में किया गया। कार्यक्रमों की शुरुआत विधायक चैतराम अटामी द्वारा विधिवत रूप से की गई।
विधायक नें इस अवसर पर प्रतिभागी खिलाडिय़ों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि खेल जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो व्यक्ति में अनुशासन, एकता और प्रतिस्पर्धा की भावना को बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि बस्तर ओलम्पिक खेल स्थानीय प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने और युवाओं को मुख्यधारा से जोडऩे का एक सशक्त मंच है। यह आयोजन विशेष रूप से बस्तर क्षेत्र के युवाओं, आदिवासी समुदायों तथा पूर्व नक्सल प्रभावित या समर्पित व्यक्तियों को समाज में सकारात्मक दिशा दे रहा है।
पारिवारिक संबंधों में मजबूती
इस आयोजन की प्रमुख विशेषता है कि इसमें एक ही मंच पर पिता-पुत्र और माता-पुत्री जैसे पारिवारिक प्रतिभागी भी हिस्सा ले रहे हैं, जिससे खेलों में पारिवारिक सहभागिता और सामाजिक एकता की भावना मजबूत हो रही है।
खेल संस्कृति को बढ़ावा इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष नंदलाल मुड़ामी ने अपने संबोधन में कहा कि बस्तर ओलम्पिक खेलों से गांव-गांव में खेल संस्कृति को बढ़ावा मिल रहा है। यह आयोजन ग्रामीण युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर देता है और उन्हें बड़े स्तर की प्रतियोगिताओं के लिए तैयार करता है।
ज्ञात हो कि बस्तर ओलम्पिक हेतु दंतेवाड़ा में 14,794, गीदम में 14,108, कटेकल्याण में 10,211 एवं कुआकोंडा में 8,638 प्रतिभागियों नें पंजीयन कराया। सोमवार को हुए आयोजन में 42,405 प्रतिभागियों ने विभिन्न खेल विधाओं में दमखम दिखाया। कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों, विभागीय अधिकारियों, खेल प्रशिक्षकों, खिलाडिय़ों तथा स्थानीय ग्रामीणों की बड़ी संख्या में मौजूदगी थी।


