दन्तेवाड़ा
छत्तीसगढ़ महतारी की पूजा, प्रदेश की गौरवशाली संस्कृति को किया नमन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली, 3 नवंबर। छत्तीसगढ़ सांस्कृतिक एवं क्रीड़ा समिति बचेली में 01 नवंबर को छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस रजत जयंती वर्ष बड़े ही हर्षौल्लास से मनाया गया।
अध्यक्ष कोषाध्यक्ष और समिति के सभी सदस्यों के साथ साथ छत्तीसगढ़ महिला समिति द्वारा राजकीय गान करके छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा का विधिवत पूजा अर्चना करके आतिशबाजी किया गया।
महासचिव महेन्द्र कुमार साहू ने कहा कि 01 नवंबर का दिन छत्तीसगढ़ के इतिहास में अत्यंत गौरवशाली दिन है वर्ष 2000 में इसी दिन भारत के 26 वे राज्य के रूप में छत्तीसगढ़ का गठन हुआ था धान का कटोरा कहलाने वाला यह प्रदेश अपनी समृद्ध संस्कृति लोक परंपराओं प्राकृतिक सौंदर्य और मेहनती लोगों के लिए प्रसिद्ध है ।
छत्तीसगढ़ की पहचान केवल उसकी हरि याली या खनिज संपदा से नहीं बल्कि उसकी संवेदनशीलता सादगी और समृद्ध लोक जीवन से भी है ।
यहां की लोक कलाएं पंडवानी पंथी राउत नाचा सुवा नृत्य हमारी विरासत है। बस्तर की आदिवासी संस्कृति, सिरपुर का ऐतिहासिक वैभव और रायपुर की आधुनिकता मिलकर इस राज्य को अनोखा बनाते हैं।
छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस हमें यह स्मरण कराता हैं कि हम सब मिलकर अपने राज्य की शिक्षा स्वास्थ्य कृषि उद्योगऔर संस्कृति के श्रेत्र में नई उंचाईयो तक पहुंचाए । समिति के समस्त सदस्य गण की उपस्थिति मेंआयोजित कार्यक्रम सफलता पूर्वक सम्पन्न हुआ ।


