दन्तेवाड़ा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 27 मई। जिला प्रशासन की समय सीमा की बैठक का आयोजन मंगलवार को संयुक्त जिला कार्यालय में किया गया। इस दौरान कलेक्टर कुणाल दुदावत नें विभागीय कार्यों की जानकारी ली।
कलेक्टर ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली अंतर्गत राशन सामग्री के सुव्यवस्थित संचालन एवं भण्डारण को पुख्ता करने पर जोर देते हुए कहा कि जिले के समस्त पीडीएस दुकानों फिर वह चाहे शहरी क्षेत्र हो या ग्रामीण क्षेत्र हर माह के 30 तारीख तक सामग्रियों के भण्डारण एवं माह के 10 तारीख तक उसका वितरण सुनिश्चित हो जाना चाहिए। इस संबंध में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जानी चाहिए। संग्रहण की गई उपभोक्ता सामग्रियों की गुणवत्ता का ध्यान में रखते हुए उसका भण्डारण भी सुरक्षित स्थान में किया जाएं। उन्होंने अनुविभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रत्येक अनुविभाग में पीडीएस दुकानों की क्रमवार वितरण और भण्डारण की नियमित रूप से समीक्षा कर जिला कार्यालय को रिपोर्टिंग करें।
एक पेड़ मां के नाम 2.0 अभियान
बैठक में कलेक्टर ने आगामी 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर एक पेड़ मां के नाम 2.0 अभियान की जानकारी देते हुए बताया कि अभियान का उद्देश्य सामुदायिक सहभागिता और पर्यावरणीय जागरूकता को और सशक्त बनाना है इसमें जन सहभागिता, अंतरविभागीय समन्वय और महत्वपूर्ण घटक होगें। इस अभियान के तहत प्रमुख रूप से विद्यालयों, महाविद्यालयों में गठित इकोक्लब्स के माध्यम से 5 जून से 30 सितंबर तक गहन वृक्षारोपण अभियान चलाया जाएगा।
इसके अलावा विभिन्न योजनाओं जैसे मनरेगा, जल शक्ति अभियान स्वच्छ भारत अभियान जैसे प्रमुख कार्यक्रमों को भी इस अभियान के अनुसार संरेखित करने का प्रयास किया जाएगा इस कार्य में पंचायत एवं ग्रामीण विकास, स्कूल शिक्षा विभाग, नगरीय प्रशासन, जल संसाधन एवं लोक निर्माण विभाग द्वारा महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जाएगी। वृक्षारोपण के चिन्हित स्थानों के अंतर्गत विद्यालय शिक्षण संस्थानों के प्रांगण, नगर वन, पार्क, राष्ट्रीय एवं राज्य पथ प्रमुख सडक़ें, जल संरचना, कैचमेन्ट एरिया, नदी तट, अमृत सरोवर आदि सम्मिलित रहेगें। इस अभियान में विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को भी शामिल रहेगें। इसके लिए कलेक्टर ने लक्ष्य का निर्धारण कार्य योजना निर्माण, सभी वृक्षारोपण गतिविधियों के अभिलेखीकरण के साथ-साथ वृक्षारोपण का डेटा जिला वृक्षारोपण समिति द्वारा पोर्टल पर अपलोड किए जाने के संबंध में भी विस्तारपूर्वक अवगत कराया।
नक्सल पीडि़त - समर्पित नक्सलियों का पुनर्वास
इसके साथ ही समय सीमा बैठक में आत्मसमर्पित नक्सल पीडि़त परिवारों के पुनर्वास एवं उन्हें रोजगार मूलक गतिविधियों से जोडऩे एवं शासकीय योजनाओं से लाभान्वित करने की प्रक्रिया को प्राथमिकता देने की बात कहते हुए कहा कि जिस दिन कोई व्यक्ति आत्मसमर्पण करता है, उसी दिन से उसे शासन की समस्त योजनाओं का लाभ देने की व्यवस्था की जा रही है। इनमें राशन कार्ड, आधार कार्ड, मनरेगा कार्ड, बस पास, श्रम कार्ड पंजीयन, कौशल विकास, आयुष्मान कार्ड जैसी आवश्यक सुविधाएं शामिल हैं।
समय सीमा बैठक में इसके अलावा प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत शहरी एवं ग्रामीण हितग्राहियों को चिन्हित करने, धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान योजना के अन्तर्गत 17 विभागों द्वारा हितग्राहियों के संतृप्तिकरण के तहत किए जाने वाले कार्यों, पंचायतों में पर्यटन की दृष्टि से होम स्टे के संचालन हेतु हितग्राहियों के चयन, मुख्यमंत्री ग्रामीण बस संचालन योजना के संबंध में भी विस्तृत दिशा निर्देश दिए गए। इसके साथ ही कलेक्टर ने कहा कि सुशासन तिहार के समापन होने से पूर्व सभी विभाग उनके समक्ष आए आवेदनों एवं मांगों का पुन: अंतिम निरीक्षण कर उनके निराकरण की संभाव्यता की जांच कर लेवें। बैठक के दौरान जिला पंचायत सीईओ जयंत नाहटा और अपर कलेक्टर राजेश पात्रे प्रमुख रूप से मौजूद थे।