दन्तेवाड़ा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 5 मई कलेक्टर कुणाल दुदावत कटेकल्याण के ग्राम पंचायत टेटम में आयोजित समाधान शिविर में उपस्थित हुए। जहां उन्होंने ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं और मौके पर कलेक्टर श्री दुदावत ने ग्रामीण जनों को संबोधित करते हुए कहा कि आपने जिन समस्याओं और मांगों को लेकर आवेदन किया था, उनका समाधान सुनिश्चित करने के लिए ही पूरा जिला प्रशासन आपके गांव आया है। शासन की योजनाओं का लाभ आपको समय पर और पारदर्शी तरीके से मिले, यही हमारी प्राथमिकता है। इसके साथ ही सुशासन तिहार में प्राप्त सभी आवेदनों को प्राथमिकता के क्रम में स्वीकृत किया जाएगा और राज्य शासन स्तर वाले प्रकरणों को भेज कर निराकृत किए जाएगें। जिला पंचायत सीईओ श्री जयंत नाहटा ने इस मौके पर सभी स्वीकृत आवासों को शीघ्र अतिशीघ्र प्रारम्भ करने व पूर्ण करने का आग्रह सभी आवास हितग्राहियों से किया।
उक्त समाधान शिविर में 20 विभागों से कुल 953 आवेदन प्राप्त हुए, जिसमें 942 मांग व 11 शिकायत थे, जिसमें 942 आवेदनों का निराकरण शिविर में किया गया, कृषि विभाग द्वारा 7 किसानों का कृषक पंजीयन व 3 किसानों का पीएम किसान योजना में पंजीयन किया गया, पीएचई द्वारा शिविर में प्राप्त आवेदनों का निराकरण करते हुए कुल 17 जगहों पर नए बोर खनन हेतु प्रशासकीय स्वीकृति दी गई, क्रेडा विभाग द्वारा भी आवेदनों का निराकरण करते हुए गुड़से में 3 हाई मास्क लाईट व टेटम में 1 हाई मास्क लाईट की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई, समाधान पेटी में पेंशन के 15 आवेदन प्राप्त हुए थे जिसमें से 7 आवेदनों को स्वीकृति प्रदान की गई, एवं 8 हितग्राहियों को जिन्हें पेंशन खाते में जा रही थी, लेकिन जानकारी नहीं थी उन्हें सूचित किया गया।
इसी प्रकार मनरेगा अंतर्गत 44 कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर चिन्हांकित कर उनकी प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई, आवास में प्राप्त 104 आवेदनों को वर्तमान में चल रहे आवास प्लस सर्वे 2.0 में शामिल कर सर्वे किया गया है, एवं पात्रता के आधार पर स्वीकृति की कार्यवाही की जा रही है।
ज्ञात हो कि ग्राम पंचायत टेटम में पहली बार किसी कलेक्टर को अपने बीच देखकर ग्रामीणों में काफी उत्साह नजर आया। कलेक्टर ने भी उनकी खुशी को दोगुना करते हुए, टेटम में घाट कटिंग और पुलिया, गुड़से में 2 घाट कटिंग और नयानार में घाट कटिंग की प्रशासकीय स्वीकृति की घोषणा की। इस तरह से शिविर में कुल 1100 से अधिक ग्रामीणों ने भाग लिया व अपने दिये आवेदनों के निराकरण के संबंध में जानकारी प्राप्त की व शिविर में उपलब्ध आधार, ड्राइविंग लाइसेंस आदि सुविधा का लाभ उठाया।