दन्तेवाड़ा

समेली शिविर में सैकड़ों मामलों का निदान
26-Oct-2024 10:23 PM
समेली शिविर में सैकड़ों मामलों का निदान

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

दंतेवाड़ा, 26 अक्टूबर। दंतेवाड़ा में जन समस्या शिविरों में ग्रामीणों का तांता लगा रहा है। दंतेवाड़ा प्रशासन द्वारा विकासखंड कुआकोण्डा अंतर्गत समेली ग्राम में जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर शनिवार को आयोजित किया गया। इस दौरान विभिन्न विभागों को 5 सौ से अधिक आवेदन सह मांगे प्राप्त हुई। जिनमें 371 का मौके पर ही निदान किया गया।

 इस शिविर के माध्यम से समेली ग्राम के समीपवर्ती ग्रामों - पालनार, बुरगुम, रेवाली, पोटाली, अरनपुर, तनेली और नहाड़ी के निवासियों की मांगों सह समस्याओं शिकायतों को भी विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने सुना और निराकरण के निर्देश दिए।

उक्त शिविर में भी जन्म, जाति प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, राशन कार्ड, बनाने हेतु ग्रामीणों का भारी हुजूम था। मौके पर मौजूद पंचायत प्रतिनिधियों नें अपने उद्बोधन में कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री के मंशानुरूप राज्य शासन दूर दराज के ग्रामीण क्षेत्रों तक विकास की समस्त योजनाओं को पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है।

 फिर चाहे वह प्रधानमंत्री आवास योजना हो अथवा किसान सम्मान निधि योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, किसान क्रेडिट कार्ड योजना, आयुष्मान भारत योजना का क्रियान्वयन हो। अत: ग्रामीणजन इन सभी योजनाओं की जानकारी तथा इससे लाभ प्राप्त करने की प्रक्रिया की जानकारी अवश्य ले। उन्होंने विभागों से भी आग्रह किया कि वे ग्रामीणों को इन योजनाओं की जानकारी दें।

मुलेर की महिलाओं को ट्रैक्टर-ट्रॉली

शिविर में मुलेर की मां लक्ष्मी स्व सहायता समूह की महिलाओं को 15 लाख रुपये की लागत की ट्रैक्टर-ट्रॉली प्रदाय की गई। इस ट्रेक्टर ट्राली में कृषि कार्य से संबंधित थ्रेसर, केचव्हील, रोटावेटर, मशीन भी थी। राष्ट्रीय आजीविका मिशन बिहान के तत्वावधान से दी गई। इस ट्रैक्टर-ट्रॉली को समूह की महिलाएं किराए पर कृषि कार्य एवं अन्य कार्य के लिए ग्रामीणों को देकर अपने आर्थिक स्थिति को सशक्त बनाएगी।

कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास का लाभ

इसके साथ ही शिविर में कृषि विभाग द्वारा किसानों को उन्नत किस्म के मसूर दाल के बीज भी दिए गए। इसके अलावा महिला बाल विकास विभाग द्वारा बच्चों का अन्नप्राशन एवं महिलाओं की गोद भराई की रस्म अदायगी की गई। साथ ही बाल संदर्भ शिविर के माध्यम से बच्चों का सुपोषण जांच किया गया। कुछ कुपोषित बच्चों पोषण पुनर्वास केन्द्र भेजने की अनुशंसा भी की गई।

स्वास्थ्य विभाग द्वारा ग्रामीणों को संक्रामक बचाव एवं उपचार संबंधी परामर्श सहित शुद्ध पेयजल का उपयोग,गर्म एवं ताजा भोजन का सेवन, स्वच्छता एवं साफ सफाई के समझाइश के साथ-साथ उनका स्वास्थ्य जांच किया गया और मौसमी बीमारियों से पीडि़त ग्रामीणों को दवाइयां भी दी गई। इस शिविर में जिला पंचायत सदस्य पायके मरकाम, गांव की सरपंच सुकड़ी बाई , एसडीएम कमल किशोर और जनपद पंचायत सीईओ प्रतीक धुरंधर प्रमुख रूप से मौजूद थे।


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