‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 20 फरवरी । प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने ईडी की कार्रवाई को एआईसीसी अधिवेशन को डिस्टर्ब करने की कोशिश करार दिया। उन्होंने कहा कि जब भाजपा राजनीतिक रूप से मुकाबला नहीं कर पाती, तो वह ईडी, सीबीआई, आईटी जैसी केन्द्रीय एजेंसियों का दुरूपयोग करती है। उन्होंने कहा कि 95 फीसदी छापे ईडी विपक्ष के नेताओं पर मारे गए हैं।
मीडिया से चर्चा में मरकाम ने कहा कि 95 प्रतिशत छापे विपक्ष पर ईडी में मारे मीडिया जब छापती है, तो आप छापा मारते हैं, संसद में आप विपक्ष को बोलने नहीं देते, न्यायपालिका को आप सार्वजनिक तौर पर प्रेस वार्ता करने पर मजबूर करते हैं, ईडी, सीबीआई, और इनकम टैक्स को आपने कांग्रेस पार्टी और विपक्ष के खिलाफ फ्रंटल ऑर्गनिज़शन बना रखा है। क्या ये है आपका लोकतंत्र?
उन्होंने कहा कि हम कोई चीज छुपा नहीं रहे है। हम पीछे नहीं हटेंगे। हमारा अधिवेशन ऐसे ही चलेगा। छापे होने दीजिए, हम कड़ा मुकाबला करेंगे अडानी मामले पर कोई जांच नहीं हो रही, हम जेपीसी की मांग कर रहे है। जहां छापे पडऩे चाहिए वहां नहीं होते। 2014 से ईडी के जाल में विपक्ष के पार्टीवार लिस्ट पर गौर करें अब तक ईडी ने विपक्षी दलों के यहां इस प्रकार से छापेमारी की। उनमें कांग्रेस के 24, टीएमसी 19, एनसीपी 11, शिवसेना 8, डीएमके 6, बीजद 6, राजद 5, बीएसपी 5, एसपी 5, टीडीपी 5, इनेलो 3, वाईएसआरसीपी 3, सीपीएम 2, एनसी 2, पीडीपी 2, इंडस्ट्रीज 2, एआईएडीएमके, 1 एमएनएस 1, एसबीएसपी 1 हैं।
पत्रकारवार्ता में मंत्री ताम्रध्वज साहू, मंत्री रविन्द्र चौबे, मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, मंत्री गुरू रूद्र कुमार, मंत्री कवासी लखमा, मंत्री अमरजीत भगत, मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम, मंत्री जयसिंह अग्रवाल, मंत्री उमेश पटेल, मंत्री अनिला भेडिय़ा, मुख्यमंत्री के सलाहकार राजेश तिवारी, खादी ग्रामोद्योग के अध्यक्ष राजेन्द्र तिवारी, प्रभारी महामंत्री प्रशासन रवि घोष, प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला, सुमित्रा घृतलहरे, अमीन मेमन उपस्थित थे।