‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 16 मार्च। नगर में धूमधाम से हिन्दू स्वाभिमान जागरण संत पदयात्रा निकाली गई। बलौदाबाजार नगर में पहुंचे साधु- संतों का भव्य स्वागत सत्कार अभिनंदन हुआ।
बलौदाबाजार में आचार्य राकेश महाराज, पाटेश्वर धाम के महंत बालकदास, महंत रामानंद सरस्वती, महंत तारकेश्वर पूरी, आचार्य वेदप्रकाश, मोहन महाराज, पद्मिनी सरस्वती पूरी, रामनामी समाज के गेसदास एवं अन्य विभिन्न स्थलों से आए साधु-संत सम्मिलित हुए।
ज्ञात हो कि अखिल भारतीय संत समाज छत्तीसगढ़ के तत्वावधान में हिन्दू समाज में समरसता लाने एवं गौहत्या पर पूर्णत: प्रतिबंध लगाने के उद्देश्य से 18 फरवरी महाशिव रात्रि को छत्तीसगढ़ के 4 प्रमुख देवी स्थानों माँ महामाया, माँ बम्लेश्वरी, माँ दंतेश्वरी एवं माँ चंद्रहासिनी से प्रारम्भ हुई हिन्दू स्वाभिमान जागरण संत पदयात्रा का आगमन 14 मार्च को हुआ।
जिला बलौदाबाजार भाटापारा में पहुँचने वाली यात्रा का नाम माँ चंद्रहासिनी है, जिसका नगर पहुँचने पर सनातन धर्मियों ने ढोल मजीरों गाजे बाजे के साथ अभूतपूर्व स्वागत किया।
कसडोल से प्रात: चलकर यात्रा लवन लाहोद होते हुए माँ गायत्री मंदिर आई और फिर वहां से अम्बेडकर चौक, बजरंगचौक, सदर बाजार, गाँधी चौक, मानस मंदिर,, सुभाष चौक, नगर भवन, बस स्टैंड होते हुए गार्डन चौक में धर्म सभा के साथ समाप्त हुई प्रत्येक स्थान पर हिन्दू समाज के कार्यकर्ताओं ने संतों का स्वागत सत्कार पुष्प वर्षा एवं आरती की गई।
धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए आचार्य राकेश ने कहा - आज यात्रा बलौदा बाज़ार के पावन भूमि पर आयी है, यह यात्रा छत्तीसगढ़ के चारों कोने से निकली हुई है, यात्रा एक ही संकल्प के साथ निकली है जो हिंदू स्वाभिमान, हिंदू जागरण की बात करते हुए हिंदू समाज को एकता में पिरोने के लिए हिंदू समाज से आपस में बात करने के लिए यह यात्रा निकाली गई है
बालक दास जी महाराज ने कहा कि हिंदू का अर्थ होता है सभी को साथ लेके चलने वाला। आज हम देख रहे है विश्व में इतना खींचतान चल रहा है, किसी देश में आतंकवाद है कोई देश धर्मांतरण की चपेट में है, जिसकी वजह से देश बर्बाद हो रहा है। हम एक ऐसा हिंदू राष्ट्र चाह रहे है, जहां सभी को सम्मान मिलेे,जहां अनेकता में एकता हो जहाँ वासुदेव कुटुम्बकम का नारा हो, वो हिंदू राष्ट्र की माँग हम राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री से हम सभी संत करते हैं।