‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 3 जुलाई। बेहतर स्वास्थ्य के लिए मन का स्वस्थ्य होना बहुत जरूरी है। विशेषज्ञ कहते हैं कि मन के बेहतर स्वास्थ्य के लिए हंसना बहुत जरूरी है। हंसने से व्यक्ति मानसिक रूप से तरोताजा महसूस करता है, जिससे उसकी मानसिक क्षमता में वृद्धि होती है, सजगता बढ़ती है साथ ही दृष्टिकोण में भी विस्तार आता है। इतना ही नहीं हंसना हमें दर्द में आराम देता है और स्थितियों से निपटने के लिए साहस भी बढ़ाता है।
पतंजलि योग समिति के सौजन्य से सरस्वती शिशु मंदिर के प्रांगण में समाजसेवी एवं हास्य योग से जुड़े योग साधक जसवीर सिंह कालरा के द्वारा विभिन्न हास्य योग की प्रस्तुति दी गई। जसवीर ने ईश्वर आज अवकाश पर है के प्रेरक प्रसंग के माध्यम से आपसी सद्भाव एवं अपनत्व की भावना विकसित करने पर जोर दिया। वहीं पतंजलि योग समिति के तहसील प्रभारी एवं वरिष्ठ प्रशिक्षक सतीश उपाध्याय ने तन-मन को स्वस्थ रखने के लिए हास्य योग की आवश्यकता पर अपने विचार व्यक्त किए।
इस अवसर पर हास्य योग समिति के सदस्यों में राकेश अग्रवाल, प्रेम गुप्ता, मोहनलाल अग्रवाल, प्रदीप ताम्रकार, सरदार गंभीर सिंह एवं राजेंद्र गुप्ता उपस्थित थे। पतंजलि योग समिति के नियमित योग साधकों ने हास्य को स्वस्थ तन-मन के लिए काफी उपयोगी बताया। कार्यक्रम के अंत में समाजसेवी जसवीर सिंह द्वारा फल का वितरण किया गया। कार्यक्रम का संचालन पतंजलि योग समिति के योग साधक द्वारा किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में योग समिति के संरक्षक ठाकुर प्रसाद केसरी, कैलाश दुबे, विश्वनाथ गुप्ता, राजेश जयसवाल, विवेक कुमार तिवारी, रामअवतार गुप्ता, रामसेवक विश्वकर्मा, सुभाष अग्रवाल, दिवाकर, डॉ. संदीप चंदेल, जसवीर सिंह, राकेश अग्रवाल, धर्मराज वर्मा, कविता मंगतानी, पिंकी सलूजा, ईरा कर, अर्चना गुप्ता, रोशन जहां, नसीमा एवं श्रीमती कौर आदि का सहयोग रहा।
तन-मन को स्वस्थ रखने के लिए पतंजलि योग समिति के सौजन्य से प्रतिदिन प्रात: 6 बजे से सरस्वती शिशु मंदिर के प्रांगण में योग एवं प्राणायाम सत्र का संचालन किया जाता है।