‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
छुरा, 9 दिसंबर। खेल एवं युवा कल्याण विभाग के तत्वावधान में विकासखंड स्तरीय युवा महोत्सव का आयोजन शासकीय कचना ध्रुवा महाविद्यालय छुरा प्रांगण पर आयोजित किया गया। जनपद पंचायत अध्यक्ष तोकेश्वरी मांझी, नगर पंचायत पार्षद मीना चंद्राकर, रजनी लहरे, महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. सी.एच. पटेल अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
अतिथियों द्वारा मां भारती, छत्तीसगढ़ महतारी, वीणापाणी मां शारदे एवं युवाओं के प्रेरणास्रोत स्वामी विवेकानंद के छायाचित्र पर तिलक वंदन एवं दीप प्रज्वलन के साथ महोत्सव का शुभारंभ किया गया। तोकेश्वरी मांझी ने कहा कि युवा, समाज की रीढ़ है। उन्हें साहित्यिक, सांस्कृतिक क्षेत्रों में भाग लेकर विशिष्ट पहचान बनानी चाहिए।
प्राचार्य श्री पटेल ने कहा कि युवा ऊर्जा का अकूत भंडार है। सही दिशा निर्देश एवं मार्गदर्शन से नैतिक विकास संभव है। मीना चंद्राकर एवं रजनी लहरे ने बढ़ चढक़र हिस्सा लेने हेतु प्रोत्साहित किया।
कार्यक्रम के संयोजक नोडल अधिकारी रेवेंद्र दीक्षित ने महोत्सव के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि युवा प्रतिभाओं को तराशने, यथोचित मंच प्रदान करने के लिए प्रतिवर्ष युवा उत्सव आयोजित किया जाता है। यह उत्सव लोक साहित्य सृजन की आधारशिला है। पुरस्कार वितरण समारोह के मुख्य अतिथि खोमन चंद्राकर नगर पंचायत अध्यक्ष थे। विशिष्ट अतिथि के रूप में युवा पार्षद हरीश यादव, महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. विनीत साहू, डीपी सिंह, प्रोफेसर सिकरवार मंचासीन रहे।
खोमन चंद्राकर ने अपने संबोधन में कहा कि प्रत्येक व्यक्ति हुनरमंद होता है। उसे निखारने के लिए समय-समय पर आयोजन होते रहना चाहिए। पारम्परिक वेशभूषा में हमारी संस्कृति का मौलिकता से प्रदर्शन ने कार्यक्रम में चार चांद लगा दिया। सरपंच गोकुल ध्रुव, सामाजिक कार्यकर्ता शीतल ध्रुव, पुनीत ठाकुर, वरिष्ठ लोकगीत गायक से.नि.व्याख्याता के.आर. सिन्हा ने उपस्थित होकर प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया।
लोक नृत्य में विकासखंड के ख्याति प्राप्त दलों ने भाग लिया जिसमें गोंडी नृत्य, सरहुल, सुआ नृत्य, कर्मा नृत्य, राउत नृत्य का प्रदर्शन किया। लोकगीत में भरथरी, पंडवानी, बस्तरिहा गीतों की प्रस्तुति हुई। युवा उत्सव का सफ़ल एवं प्रेरणादायी संचालन शिक्षक अर्जुन धनंजय सिन्हा और संकुल समन्वयक खोरबाहरा निषाद ने किया।
कार्यक्रम की सफलता में सहायक प्राध्यापक रागिनी ठाकुर, शिक्षक जागेश्वर ध्रुव, खिलेश साहू, बीआर टंडन, राजेश्वरी ठाकुर, चंद्रिका साहू, रीतु साहू, रिंकी सेन, पल्लवी, जिज्ञासा, चांदनी, जितेंद्र, संतोष, छत्तर, संजना, मितेश सिन्हा, गौरव ध्रुव आदि का विशेष सहयोग रहा।